भिवंडी लोकसभा सीट पर भाजपा से कपिल पाटील, राष्ट्रवादी से सुरेश म्हात्रे उर्फ बाल्या मामा और वहीं जीजाऊ विकास पार्टी के संस्थापक निलेश सांबरे ने भिवंडी और पालघर लोकसभा सीट पर प्रत्याशी उतारने की घोषणा करने के बाद भिवंडी सीट पर मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है। दोनो प्रमुख पार्टियों ने सीट निकालने के लिए पूरी ताकत झोंक रही है। तो वहीं निलेश सांबरे ने कहा कि जिजाऊ विकास पार्टी का उम्मीदवार ढाई लाख वोटों से जीतेगा ऐसा दावा किया है।
पूर्वांचल लाईफ / सुजीत सिंह
भिवंडी : जिजाऊ विकास पार्टी के संस्थापक निलेश सांबरे ने अटकलों को खत्म करते हुएं आज भिवंडी के कोणार्क कॉरपोरेट में स्थित जिजाऊ के पार्टी ऑफिस में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भिवंडी और पालघर लोकसभा सीट से जिजाऊ विकास पार्टी का निर्दलीय उम्मीदवार उतारने की घोषणा की उसके पहले राजनीतिक गलियारों में निलेश सांबरें को भिवंडी लोकसभा सीट से कांग्रेस पार्टी का प्रत्याशी बनाए जाने की अटकलें लगाई जा रही थी। पर आज महाविकास आघाड़ी गठबंधन की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह घोषणा की गई कि सांगली सीट शिवसेना ( यूबीटी) और भिवंडी सीट राष्ट्रवादी शरद पवार पार्टी के खाते में आई है। निलेश सांबरें की घोषणा के बाद अब यह तय हो चुका है कि भिवंडी लोकसभा सीट पर त्रिकोणीय मुकबला होगा। भाजपा ने कपिल पाटील को तीसरी बार तो राष्ट्रवादी पार्टी ने बाल्या मामा की पहली बार इस सीट से मैदान में उतारा है।
बात दें कि : निलेश सांबरे की जिजाऊ शैक्षणिक व सामाजिक संस्था ने पिछले 15 वर्षों से ठाणे, पालघर जिले में बहुत सामाजिक कार्य किएं है। इन्ही सामाजिक कार्यों के बदौलत भिवंडी और पालघर लोकसभा सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार उतारने की घोषणा की निलेश सांबरे ने कहा कि उन्होंने बिना किसी पद के पिछले 15 वर्षों से जो सामाजिक कार्य लोगो के लिए किए है। वो काम लोगो ने संवैधानिक पदों पर रहते हुए भी नहीं किया है, सांबरे ने कहा कि उनके संस्था द्वारा बहुत सारे लोगों को शिक्षा दिलाकर उन्हे सरकारी नौकरियों के काबिल बनाया गया। साथ ही जरूरत मंद लोगो की हर संभव मदद की कोशिश की है। इन्ही सामाजिक कार्यों के बदौलत भिवंडी और पालघर लोकसभा सीट पर जिजाऊ विकास पार्टी ने निर्दलीय उम्मीदवार उतारने की घोषणा की है। सांबरें की इस घोषणा से भाजपा और राष्ट्रवादी पार्टी के उम्मीदवारों की मुश्किलें बढ़ा दी है।