परिजन एम्बुलेंस का करते रहे घंटों इंतजार, मरीज की हुई मौत, परिजनों ने लगाया आरोप
“पूर्वांचल लाईफ” केराकत-संवाददाता “अरविंद यादव”
जौनपुर। केराकत थाना क्षेत्र अंतर्गत नाऊपुर “नईपर” निवासी 45 वर्षीय जयप्रकाश राजभर पुत्र विद्या राजभर को लीवर में इंफेक्शन और सांस की समस्या थी। जिसके कारण परिजनों ने उन्हें एंबुलेंस द्वारा केराकत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। जहाँ पर सीएचसी चिकित्सकों द्वारा उपचार किया जा रहा था, अचानक उनकी बिगड़ती तबियत देख चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए बीएचयू रेफर कर दिया।आलम यह रहा कि चिकित्सक द्वारा मरीज को समय से रेफर कर दिया गया, मगर परिजनों का आरोप हैं कि बीएचयू जाने के लिए कई बार एंबुलेंस के लिए फोन किया गया। मगर जब तक एंबुलेंस आती, तब तक बीमार मरीज की मृत्यु हो गयी।
वही परिजनों ने बताया कि प्रदेश की सरकार स्वास्थ्य विभाग को सजाने व सवारने में कोई कसर नही छोड़ रही है। आलम यह है की गैर जिम्मेदार लोग सरकार के मंसा पर पानी फेरते हुए नजर आये। अस्पताल में तैनात डॉ अंकित श्रीवास्तव और मरीज के परिजनों ने एंबुलेंस की जरुरत के लिए घंटो फोन करते रहे, लेकिन एम्बुलेंस के इन्तजार में मरीज ने आखिरकार दम तोड़ दिया। वृद्ध मरीज के दम तोड़ने के बाद परिजन आग बबुला हो गये। वही मरीज के परिजनों ने बताया कि अस्पताल परिसर में लगभग दो से तीन की संख्या में एंबुलेंस खड़ी थी, मगर चालक ने बताया की आईडी नहीं होने के कारण हम लोग नही जा सकते।
आखिरकार एम्बुलेंस के अभाव में जब मरीज ने दम तोड़ दिया तो मौके की नजाकत को देखते हुए एंबुलेंस चालक ने मृतक और उसके परिजनों को एंबुलेंस से घर पहुंचा दिया।