पशुपालन विभाग को बनाने की थी जिम्मेदारी “रिपोर्ट-मो० अरशद अरशद”
जौनपुर। खेतासराय सड़को पर आवारा पशुओं को रोकथाम के लिए अलग-अलग जनपदों में वृहद गोशाला केन्द्र बनाये जा रहे है, जिसमें लार्ज स्केल शेल्टर की वरीयता दी जा रही है। ताकि बड़ी संख्या में आवारा पशु को रखा जा सके। विकास खण्ड सोंधी के सोनिकपुर में शासन से मिली हरी झण्डी फाइलों में धूंक फाँक रही है। कार्यदाई संस्था को टेंडर और बजट भी पास होने के बाद भी निर्माण कार्य अधर में है।
जिले की सबसे बड़ी विकास खण्ड सोंधी में पाँच स्थानों पर शेल्टर होम बनाये गए है। जिसमें आवारा पशुओं को पकड़ कर केंद्र भेजा जा रहा है। इलाके के ग्रामीण अंचलों से पशुपालन विभाग और ब्लॉक के कर्मचारियों का अभियान चल रहा है।
लपरी, सरायख्वाजा, लखमापुर, सिंधाई, मुड़ेला में आश्रय केंद्र के अलावा सोनिकपुर में बड़ा केंद्र बनाने की कवायद अब धीमी पड़ गई है। पशुपालन विभाग को छः माह से अधिक समय बीत गया। सूत्रों की माना जाए तो कार्यदायी संस्था को एक करोड़ बीस लाख रुपया का भी बजट पास हो चुका है। इस केंद्र की क्षमता 300 से 400 पशुओं की होगी। यह शेल्टर होम बन जाने पर आवारा पशुओं को रोकथाम में मदद मिलेगी। लेकिन अफ़सरो की चुप्पी इस प्रोजेक्ट पर ग्रहण लगनू जैसा प्रतीत हो रहा हैं।
वही उक्त मामले के सम्बन्ध में जितेंद्र सिंह, बीडीओ सोंधी द्वारा बताया गया कि सोनिकपुर में लार्ज शेल्टर होम बनने की जानकारी है, देरी क्यों हो रही है जानकारी नही। करीब 150 छूटा पशुओं को पकड़ेने का टारगेट था जिसमें 180 संरक्षित किया जा चुका है।