मेरी कहानी ही नहीं मेरा आत्मविश्वास भी है-जितेन्द्र उपाध्याय

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धनंजय राय ब्यूरो/पूर्वांचल लाईफ

भदोही। आम आदमी पार्टी के संगठनमंत्री जितेन्द्र उपाध्याय ने अपनी पर कहा कि 18 साल से दिल्ली में हुं लोग जानते हैं मै उनको जानता हुं घर- घर गली-गली से वाकिफ हुं वेस्ट साउथ से लेकर सेन्ट्रल, नॉर्थ
ईस्ट दिल्ली तक हर कोई पहचानता है। पहले ATM Engineer के रुप में एटीएम मैनेजमेंट में कार्य किया
इसके बाद SIS सिक्योरिटी,
मॉडर्न फोर्स में एटीएम सर्विलांस इंजीनियर रहा, Max सिक्योरिटी
नॉर्थ हेड रहा BIS में भी HDFC करेंसी चेस्ट में रहा। बैंक वेंडर, मैनेजमेंट में काम किया प्राइवेट सिक्योरिटी के तौर पर काम शुरू हुआ। कोविड 19 में व्यापार बन्द किया गया लेकिन उसके बाद भी 2020 में Pvt Ltd कम्पनी बनाया। जितेन्द्र उपाध्याय ने बताया कि दिल्ली का मकान, गाड़ी हटाना पड़ा पार्टी के चलते चुकी गांव आ चुका था पत्नी की दवाई चेकअप
यहां गांव में शादी विवाह कार्यक्रम तेरहवीं जन्मदिन आदि कार्यक्रमों में शामिल हुआ। मेरे पास एक लड़का और 1 लड़की है लडकी का नाम खुशी लड़के का नाम शशांक, दोनों बड़े आपरेशन से पैदा हुए। पत्नी का तीसरा बच्चा लड़का था खत्म हुआ पार्ट इन्फेक्शन के वजह से नया आंत बड़े शिजर के वजह से मुझे गांव में रुकना पड़ा गांव में लोगो से मिलना जारी रखा और मैंने हार नहीं मानी। आदेश हुआ भदोही से तैयारी करो 392 भदोही विधानसभा का टिकट नहीं मिला। लोकसभा 78 के लिए बायोडाटा दिया बोला भी सर्वे लीजिए फाइनल है हमारे पार्टी के संगठन वाले लोग बोले, गठबंधन से सीट हो रहा है कन्फर्म है ऐसा बोला गया मुझे
तैयारी जारी रही। अंत तक विधानसभा और लोकसभा का कागज साथ लाया हु दिल्ली में।

मेरा कार्य-
जितना हो सका आवास का पैसा,शौचालय का पैसा लोगो को दिलवाने का कार्य किया।दिव्यागजन का पैंशन, वृद्धा पैंशन, विधवा पेंशन बनवाने का कार्य किया। अपना खर्च करके कोई भी यह नहीं कह सकता कि मेरा जितेंद्र उपाध्याय ने चाय पिया हो, औराई अग्निकांड में मृतक और घायलों का पैसा दिलवाने का कार्य किया। उत्तर प्रदेश में सभी गांव में 6 घर मेरा है। सबको एकत्र करके मामला हाइकोर्ट में दिया है और संघ के माध्यम से लड़ाई लड़ रहा हु जिस उपाध्याय परिवार पश्चिमी उत्तर प्रदेश योगी समाज सॉलिड वोट बैंक पुरे यूपी में है अब फैसला आपके हाथ में भी है।
रोजमर्रा के खर्चे गांव में फोर व्हील पेट्रोल गाड़ी से रोजाना घुमना,लोगो के कार्यक्रमों में शामिल होना चालु हुआ। तिराहे चौराहे पर दुकानों पर चाय पर चर्चा भदोही, सुरियावां ब्लाक मेरा उपाध्याय परिवार 65000 वोटर है। भदोही 78 लोकसभा ब्राह्मण बाहुल्य सीट है। जिसमें 5 विधानसभा है। 257, 258, 392, 393, 394।

2बीघा जमीन गांव का बेच डाला
आम आदमी पार्टी की शीट के लिए लेकिन1शीट का सिंबल नहीं हुआ मेहनत किया बहुत दुखी हुआ। मेरा समाज मेरा घर के लोग ताना मारने का कार्य करते हैं जिस आम आदमी पार्टी में शुरू से जुड़े हो दे दिया टिकट क्या, लोग मेरे ऊपर हस रहे है
इस 12 साल का हिसाब कौन देगा 20 साल का था तब से दिल्ली में था अब 38 साल का होने वाला हु 2012 में आम आदमी पार्टी में जुड़ा दिसंबर में तब से लेकर आज तक इसी आम आदमी पार्टी में दिल्ली में इतने दिन वॉलिंटियर के रुप मे कार्य किया अगर मुझे टिकट नहीं मिलता है तो सभी सीट मेरी नई पार्टी दिल्ली में लड़ेगी
अनुभव है। उतना ही काफी है
पार्टी परिवार होता है दुख सुख में साथ होगा ये उम्मीद लेकर दिल्ली आया हु और सुनवाई होगी यह आशा है मुझे अगर पार्टी से टिकट नहीं मिला तो अगला कदम 10 रुपए का हलफनामा के साथ लोगो की id
कंसलटेंट से नई पार्टी का गठन दिल्ली में 70 सीट पर 2027 में सभी सीट उत्तर प्रदेश 403 सीटों पर लड़ने का कार्य करेंगे।।

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