अब दाल-रोटी भी होने लगी दूर 200 रु. किलो हुई अरहर दाल, चना भी 100 के पार
भदोही संवाददाता : धनंजय राय
महंगाई पर भाजपा सरकार चुप्पी साधे बैठी है जनता जनार्दन से कोई लेना-देना नहीं, प्रदेश व केन्द्र की भाजपा सरकार अपने में मस्त
भदोही। कांग्रेस कमेटी भदोही के जिला महासचिव जजलाल राय ने कहा कि एक तरफ सब्जी के दाम लगातार बढ़ रहे हैं तो अब दूसरी तरफ दाल, रिफाइंड, नारियल व अन्य वस्तुओं के दामों में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। बढ़ती महंगाई का असर सबसे ज्यादा गरीब पर पड़ा है दाल रोटी खाओ, प्रभु के गुण गाओ वाली कहावत अब पूरी तरह से परिवारों में से दूर होती जा रही है। क्योंकि खाद्य वस्तुओं की लगातार बढ़ रही कीमतों ने घर की रसोई का बजट बिगाड़ दिया है। श्री राय ने कहा कि पिछले एक महीने में खाद्य सामग्री में 30 से 40 प्रतिशत तक की बढ़ोत्तरी हुई है। इससे महिलाओं के लिए घर चलाना चुनौती साबित हो रहा है। एक तरफ सब्जी के दाम लगातार बढ़ रहे हैं तो अब दूसरी तरफ दाल, रिफाइंड, नारियल व अन्य वस्तुओं के दामों में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। ऐसे में घर बजट के लिए परिवारों द्वारा तय राशि में घर चलाना मुश्किल हो रहा है। श्री राय ने कहा कि इस बढ़ती महंगाई का असर सबसे ज्यादा गरीब व मध्यमवर्गीय परिवारों पर पड़ रहा है। पहले जिन घरों में दो लीटर दूध आ रहा था, अब एक लीटर में ही काम चलाया जा रहा है। यदि बाजार पर नजर डालें तो पिछले एक महीने में रिफाइंड, नारियल, दालों तथा बेशन की कीमतों में बढ़ोत्तरी हुई है। सर्वाधिक कीमत में बढ़ोत्तरी नारियल पर हुई है। लोगों को खासकर महिलाओं को नारियल और रिफाइंड की कीमतों में बढ़ोत्तरी ज्यादा खल रही है, क्योंकि 10 दिन बाद नवरात्र शुरू होने के साथ ही त्यौहारों की शुरूआत हो जाएगी। ऐसे में रिफाइंउ और नारियल की खपत भी बढ़ जाएगी। श्री राय ने कहा कि बाजार में दालों और रिफाइंड की कीमत गोला 150 अब 270
रिफाईंड 110 अब 135
तेल 120 अब 155
चना दाल 85 अब 110
चना देसी 80 अब 100
बेसन 90 अब 120
अरहर दाल 180 अब 200 दाम प्रति किलो के अनुसार है)
बाजार में कोई ऐसी चीज नहीं बची है जिस पर महंगाई की नजर न पड़ रही हो। महंगाई से सबसे ज्यादा असर मध्यम परिवार पर पड़ रहा है। सभी खाद्य वस्तुओं के दाम कई गुना बढ़ चुके हैं। अभी यह उम्मीद नहीं है कि यह महंगाई यहीं पर रुक जाएगी। महंगाई का असर मिर्च मसाले से लेकर सब्जियों पर भी पड़ा है, जिसके कारण आए दिन परेशानियों का सामना करना पड़ता है। श्री राय ने कहा कि खाद्य सामग्री के आए दिन बढ़ रहे भाव के कारण घर की अर्थव्यवस्था डगमगा गई है। इस पर ध्यान देने की जरूरत है। आज घर में दाल बनाकर खाना भी मुश्किल हो रहा है। 15 दिन बाद बाजार में सामान खरीदने जाने पर पता चलता है कि सामान की कीमतों में बढ़ोत्तरी हो गई है। अब त्यौहार आ रहे हैं, ऐसे में बढ़ती कीमतें घर का पूरा बजट बिगाड़ देंगी।