डॉ. नाजिया बानो व सहयोगी उस्मान पर गंभीर आरोप, पत्रकारों ने उठाई विधिक कार्रवाई की मांग
जौनपुर। नगर कोतवाली थाना क्षेत्र के मल्हनी पड़ाव स्थित “होप फैमिली क्लिनिक” इन दिनों लगातार विवादों में घिरा हुआ है। क्लिनिक की संचालिका डॉ. नाजिया बानो और उनके सहयोगी उस्मान पर अनैतिक व आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त होने के गंभीर आरोप सामने आए हैं, जिससे शहर में सनसनी फैल गई है।
इन खुलासों के बाद डॉ. नाजिया बानो द्वारा राष्ट्रीय पत्रकार सुरक्षा परिषद के जिला अध्यक्ष पत्रकार तामीर हसन उर्फ “शीबू” पर लगाए गए बेबुनियाद और मनगढ़ंत आरोपों ने पूरे प्रकरण को और भी संवेदनशील बना दिया है।
पत्रकारों की दो टूक – हो निष्पक्ष जांच, हो कार्रवाई
राष्ट्रीय पत्रकार सुरक्षा परिषद (जौनपुर इकाई) से जुड़े पत्रकारों ने प्रशासन से मांग की है कि डॉ. नाजिया बानो और उस्मान के विरुद्ध लगे गंभीर आरोपों की निष्पक्ष जांच कराते हुए सख्त विधिक कार्रवाई की जाए।
उस्मान पर पहले से दर्ज है छेड़छाड़ का मामला
सूत्रों के अनुसार उस्मान के खिलाफ पूर्व में भी छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज हो चुका है। पत्रकारों का आरोप है कि उसे कुछ प्रभावशाली लोगों का संरक्षण प्राप्त है और वह वसूली गैंग के सहारे कई अवैध गतिविधियों को अंजाम दे रहा है।
प्रशासन की चुप्पी पर उठे सवाल, धरने की चेतावनी
पत्रकारों ने चेतावनी दी है कि यदि इस मामले में शीघ्र न्यायसंगत कार्रवाई नहीं की गई, तो राष्ट्रीय पत्रकार सुरक्षा परिषद जौनपुर इकाई के सभी सदस्य सड़कों पर उतरकर धरना-प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे।
सीएमओ ने गठित की जांच टीम
मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. लक्ष्मी सिंह ने तीन सदस्यीय जांच टीम का गठन कर दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि जांच में डॉ. नाजिया बानो दोषी पाई जाती हैं तो उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
पत्रकारों की मांग – अपराध और चिकित्सा क्षेत्र के गठजोड़ पर लगे रोक
पत्रकारों ने कहा कि चिकित्सा जैसी संवेदनशील सेवा को अपराध का जरिया बनाने वालों पर तत्काल कठोर कदम उठाए जाएं, ताकि समाज में कानून का भय बना रहे और पत्रकारों को उनके कार्य के लिए प्रताड़ित न किया जा सके।