जॉर्जिया में मेडएक्स 2 सम्मेलन के मंच से पूर्वांचल की गूंज
जौनपुर।
कभी छोटे से जनपद की गलियों में दुनिया बदलने के सपने देखने वाले, आज उसी सपने को साकार कर जॉर्जिया के अंतर्राष्ट्रीय मंच तक अपनी छाप छोड़ चुके हैं। जौनपुर के प्रतिष्ठित कृष्णा ट्रामा एंड ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सेंटर के चिकित्सक डॉ. राबिन सिंह को “युवा राजदूत पुरस्कार” और “युवा उपलब्धि उत्कृष्टता पुरस्कार” से सम्मानित किया गया है।
मेडएक्स 2 सम्मेलन, जॉर्जिया में, डॉ. सिंह ने संपूर्ण घुटना प्रतिस्थापन (टोटल नी रिप्लेसमेंट) की नवीनतम तकनीकों पर अपने विचार प्रस्तुत किए। उनके शोध और सेवा ने उन्हें एक अंतर्राष्ट्रीय वक्ता के रूप में ख्याति दिलाई, जिससे भारत विशेषकर पूर्वांचल का नाम गौरवान्वित हुआ।
संघर्ष से सफलता तक का सफर
डॉ. राबिन सिंह का यह सम्मान केवल एक व्यक्ति की सफलता की कहानी नहीं है, बल्कि यह हर उस संघर्ष का प्रतीक है जो एक साधारण से सपने को असाधारण बनाता है।
उनकी इस यात्रा में अनेक कठिनाइयाँ आईं। उन्होंने कहा:
“रातों को किताबों के साथ बिताया, नींद को हारने दिया, लेकिन अपने लक्ष्य से कभी समझौता नहीं किया। मरीजों की पीड़ा ने मुझे बार-बार खड़ा किया।”
जब जॉर्जिया के मंच पर उनका नाम पुकारा गया, उनकी आँखों में नमी और दिल में गर्व की अनुभूति स्पष्ट थी। डॉ. सिंह ने कहा:
“यह सम्मान मेरा नहीं, यह पूर्वांचल की मिट्टी की ताक़त का प्रमाण है। यह मेरे जनपद, मेरे मरीजों, शिक्षकों और परिवार का है, जिनके भरोसे ने मुझे कभी टूटने नहीं दिया।”
पूर्वांचल की मिट्टी से सीधा अंतर्राष्ट्रीय मंच तक
डॉ. सिंह का संदेश उन सभी के लिए है जो सपने देखने और उन्हें साकार करने की हिम्मत रखते हैं। उन्होंने कहा: “सपनों की कोई सीमा नहीं होती। अगर नीयत सच्ची हो, तो जनपद की गलियों से भी मंच तक पहुंचा जा सकता है।”
डॉ. सिंह ने यह पुरस्कार अपने जनपद, पूर्वांचल, और अपने मरीजों को समर्पित किया है। यह उपलब्धि यह साबित करती है कि छोटे शहरों की प्रतिभाएँ भी वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बना सकती हैं।
पूर्वांचल को गर्व है डॉ. राबिन सिंह पर, जो अब न केवल अपने क्षेत्र के, बल्कि पूरे देश के युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बन गए हैं।