गाड़ियों पर फर्जी स्टिकर और डीजे के नियम उल्लंघन को रोकने के लिए ज्ञापन सौंपा गया
जौनपुर। राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन के प्रदेश सचिव और जिला अध्यक्ष विनय जायसवाल के नेतृत्व में संगठन के पदाधिकारियों ने नगर मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान उन्होंने जिले में गाड़ियों पर फर्जी तरीके से स्टिकर लगाने और डीजे बजाने के बढ़ते मामलों पर गहरी चिंता व्यक्त की।
विनय जायसवाल ने कहा, “आजकल लोग बिना किसी पद या संगठन में शामिल हुए भी अपनी गाड़ियों पर फर्जी स्टिकर लगाकर घूम रहे हैं। यह न केवल कानून का उल्लंघन है बल्कि किसी भी संगठन या पार्टी की छवि को धूमिल करने का जरिया भी बन सकता है। यह प्रवृत्ति समाज और व्यवस्था के लिए खतरा उत्पन्न कर सकती है।”
उन्होंने डीजे बजाने के नियमों के उल्लंघन पर भी चिंता जताई। “डीजे बजाने का समय रात्रि 10:00 बजे तक तय है, लेकिन लोग इसका उल्लंघन कर रहे हैं। इससे शांति भंग होने के साथ-साथ कई घटनाएं भी घट रही हैं। प्रशासन को सख्ती से ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए और इन घटनाओं पर रोक लगाने के लिए विशेष अभियान चलाना चाहिए,” जायसवाल ने कहा।
समर्थन में जुटे संगठन के पदाधिकारी
इस मौके पर संगठन के कई पदाधिकारी और सदस्य मौजूद रहे। जिला संरक्षक राज जायसवाल, जिला सलाहकार रितेश मोदनवाल, जिला संचालन प्रभारी चंद्रेश जायसवाल, जिला प्रवक्ता प्रदीप उपाध्याय, जिला महामंत्री अंकित मौर्य, और नगर संगठन प्रभारी संजय पंडा सहित अनेक लोग इस अभियान में शामिल हुए।
सभी ने एक सुर में मांग की कि प्रशासन फर्जी स्टिकर और डीजे बजाने के नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए।
समाज में जागरूकता का आह्वान
संगठन ने आम जनता से भी अपील की कि वे नियमों का पालन करें और अपने वाहनों पर वैध स्टीकर का ही उपयोग करें। साथ ही डीजे बजाने के नियमों का सम्मान करते हुए शांति और अनुशासन बनाए रखने में योगदान दें।
इस कार्यक्रम में नगर संरक्षक विष्णु कुमार सोनी, नगर सचिव रोहित शर्मा, अधिवक्ता मुकेश यादव, अर्जुन प्रजापति, और अन्य सदस्यों ने सक्रिय भूमिका निभाई। ज्ञापन सौंपने के दौरान बड़ी संख्या में संगठन के सदस्य उपस्थित रहे।