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विश्वनाथ इण्टर कॉलेज, कलान में नीट व आईआईटी की निःशुल्क तैयारी — एक सराहनीय पहल

छात्र-छात्राओं को मिल रही है उड़ान भरने की नई दिशा

पूर्वाचल लाईफ/पंकज जायसवाल

शाहगंज जौनपुर। शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता की मिसाल बन चुका श्री विश्वनाथ इण्टर कॉलेज, कलान अब प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में भी नया इतिहास रच रहा है। कॉलेज प्रबंध समिति व प्रशासन द्वारा नीट (NEET) और आईआईटी (IIT) जैसी प्रतिष्ठित परीक्षाओं की निःशुल्क कोचिंग की शुरुआत की गई है।

प्रबंधक शशि प्रकाश सिंह के कुशल नेतृत्व व प्रधानाचार्य डॉ. आशुतोष सिंह के मार्गदर्शन में चल रही इस अभिनव पहल ने न सिर्फ छात्रों में उत्साह की लहर दौड़ा दी है, बल्कि क्षेत्रीय अभिभावकों व समाज के प्रबुद्धजनों से भी भरपूर सराहना प्राप्त की है।

कॉलेज प्रशासन का मानना है कि शिक्षा केवल पाठ्यक्रम तक सीमित न होकर छात्रों के सर्वांगीण विकास का माध्यम होनी चाहिए। इसी सोच के साथ छात्र-छात्राओं को उनके अध्ययन समय में से विशेष रूप से समय निकालकर प्रतियोगी परीक्षाओं की गहन तैयारी कराई जा रही है।

प्रबंधक शशि प्रकाश सिंह की दूरदर्शी सोच और समाजसेवा के प्रति समर्पण से यह स्पष्ट है कि उनका उद्देश्य केवल संस्था का विकास नहीं, बल्कि हर छात्र को सक्षम और स्वावलंबी बनाना है।

छात्रा की प्रतिक्रिया:
कक्षा 12 की छात्रा श्रेया यादव ने कहा, “हमने कभी सोचा भी नहीं था कि गाँव में रहकर हमें नीट और आईआईटी की मुफ्त तैयारी का अवसर मिलेगा। अब हमें अपने सपनों को पूरा करने के लिए शहर जाने की ज़रूरत नहीं है। यह हमारे लिए वरदान है।”
“मंज़िल उन्हीं को मिलती है जिनके सपनों में जान होती है,
पंख से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है।”

शिक्षक की प्रतिक्रिया शिक्षक शिक्षक डॉ. अरूण कुमार प्रवक्ता रसायन विज्ञान, कमलेश कुमार सिंह सहायक अध्यापक जीव विज्ञान, विंटेश पांडेय प्रवक्ता भौतिक विज्ञान,मनोज मिश्र प्रवक्ता गणित, रुद्र प्रताप सिंह प्रवक्ता रसायन विज्ञान, उदय प्रताप सिंह काउंसलर मेडिकल/इंजीनियरिंग तैयारी हेतु ने बताया,

“गांव के बच्चों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। ज़रूरत है तो बस सही मार्गदर्शन और संसाधनों की। कॉलेज प्रबंधन ने जो बीड़ा उठाया है, वो ग्रामीण शिक्षा व्यवस्था में क्रांतिकारी कदम है।”

“जो तूफानों से लड़ जाए, वही दीप रौशन होता है,
संघर्षों की अग्नि में तपकर ही, सोना कुंदन होता है।”

अभिभावकों का कहना हैं कि हमारे जैसे मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए यह योजना संजीवनी की तरह है।

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