धनंजय राय ब्यूरो/पूर्वांचल लाईफ
भदोही जनपद के बेरासपुर गंगा घाट पर अवैध बालू खनन और ओवरलोड ट्रैक्टरों का आतंक थंमने का नाम नहीं ले रहा है। इन वाहनों के कारण सड़कों का फर्राटा भरते हुए यातायात बाधित हो रहा है और गंभीर दुर्घटनाओं का खतरा पैदा हो रहा है। प्रशासन की लापरवाही यहां साफ दिखाई दे रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि अवैध खनन माफिया अपना काम खुलेआम कर रहे हैं। जिससे सड़के भी खराब हो रहे हैं और हादसों का भी खतरा बढ़ता चला जा रहा है। प्रशासन की निष्क्रियता के कारण माफियाओं का साहस बढ़ गया है। जिससे स्थिति और भी बिगड़ गई है।
कोट्स
“खनन अधिकारी ने दिया आश्वासन”
खनन अधिकारी सुरेंद्र सिंह से इस बारे में जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि अवैध खनन ओवरलोड वाहनों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि दोषियों के जांच के बाद उनके खिलाफ मुकदमे भी दर्ज किए जाएंगे और वाहनों को सीज किया जाएगा।
कोट्स
“स्थानीय और निवासियों का असंतोष”
हालांकि इस खनन अधिकारी के जवाब से संतुष्ट नहीं है। उनका कहना है कि पहले भी ऐसे ही आश्वासन कई बार दिए गए हैं लेकिन नतीजा यह है कि अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। उन्होंने प्रशासन से इस पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।
कोट्स
“पर्यावरण और सुरक्षा पर खतरा”
अवैध खनन न केवल पर्यावरण के लिए खतरनाक है बल्कि यह सड़कों पर चलने वाले आम नागरिकों के लिए भी जोखिम भरा है। अब यह देखना बाकी है कि प्रशासन इस गंभीर मुद्दे पर कब और कितनी गंभीरता से कार्रवाई करता है।