सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के बहाउद्दीनपुर रेलवे क्रॉसिंग के पास की घटना
जौनपुर। सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के वाराणसी-फैजाबाद रेल प्रखंड पर स्थित बहाउद्दीनपुर रेलवे क्रॉसिंग के समीप शुक्रवार शाम एक 28 वर्षीय युवक ने मामूली विवाद के चलते ट्रेन के सामने छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेते हुए मोर्चरी में रखवाया और जांच पड़ताल में जुटी। प्राप्त जानकारी के अनुसार सरायख्वाजा थाना क्षेत्र अंतर्गत जंगीपुर खुर्द ग्राम निवासी जगदीश गौतम का 28 वर्षीय पुत्र राजकमल गौतम दिल्ली में रहकर वेल्डिंग का कारोबार करता था जो बीते कुछ महीने पहले माता का देहांत होने पर वह घर आया हुआ था। परिजनो की माने तो शुक्रवार शाम घर से बिना बताए वह निकाला और वाराणसी-फैजाबाद रेल प्रखंड पर स्थित बहाउद्दीनपुर रेलवे क्रॉसिंग के समीप ट्रेन के सामने कूद कर उसने मौत को गले लगा लिया। परिजनों ने बताया कि बीते कुछ दिन पहले राजकमल गौतम का परिजनों से किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई थी तभी से राजकमल परिजनों से नाराज था। शुक्रवार को वह सुबह खाना पीना खाकर घर पर आराम कर रहा था दोपहर किसी काम से बाजार जाने के बहाने वह निकला और रेलवे क्रॉसिंग के समीप जाकर मौत को गले लगा लिया।मौत की खबर लगते ही परिजनों में कोहराम मच गया। थानाध्यक्ष अमित कुमार सिंह ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है परिजनों से पूछताछ की जा रही है।
पहले पिता, फिर माता, अब पुत्र की मौत से परिवार में मचा कोहराम
जगदीश गौतम के परिवार में लगातार मौतो का सिलसिला जारी है वर्ष 2023 में किसी बीमारी के चलते जगदीश गौतम का निधन हो गया था। अभी वर्ष 2024 खत्म भी नही हुआ था की कुछ माह पहले ही राजकमल की मां की भी मौत हो गई थी और अब शुक्रवार को राजकमल भी दुनिया से विदा ले लिया! परिजनों ने बताया कि राजकमल की कुल पांच बहने हैं कुछ वर्ष पहले ही राजकुमार का विवाह हुआ था और अभी तीन बहनों का विवाह होना था! पहले पिता फिर माता और भाई की मौत के कारण बहनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। माता-पिता की मौत के बाद लाचार बेबस बहनों का एकमात्र सहारा सिर्फ राजकमल गौतम ही था लेकिन किसी को क्या पता कि ईश्वर को कुछ और ही मंजूर था! वहीं घटना को लेकर क्षेत्र के लोगों में सनसनी फैल गई है।