शाकाहार ही सबसे उत्तम आहार है
“पूर्वांचल लाईफ” जौनपुर
खेतासराय। बिना गुरु के भव पार जाना सम्भव नहीं उक्त बाते ओमप्रकाश गुप्ता जयगुरुदेब धर्म प्रचारक संस्था मथुरा के प्रचारक ने मुक्ति दिवस कार्यक्रम के अवसर पर जनपद के कोइरीडीहा बाग मे सतसंग सुनते हुए कहा।उन्होने कहाकि 21माह बाद गुरुमहराज जेल से आजही के दिन छूटे थे उसी वजह से 23 मार्च को हम सतसंगी मुक्ति दिवस के रूप मे मनाया करते है। उस समय की वर्तमान सरकार ने नशबंदी का काला क़ानून लाया तो गुरूजी ने इसका विरोध किया तो उन्हें जेल भेज दिया गया था।और उन्होंने कहा कि मनुष्य शरीर बड़े भाग्य से मिला है इसी शरीर मे रहकर भगवान का भजन कर के भव से पार जाया जा सकता है। हर मनुष्य को चाहिए कि किसी भी शब्द भेदी महात्मा से दिछा लेकर भजन करते हुए परमात्मा को प्राप्त कर इस जीवन को सफल कर लेना चाहिए। सतसंग ऐसा जल है कि जिसमे सभी बुराइयों की धुलाई होती है। उन्होंने मीरा, नानक, दादू, दरिया, भिखा, रहीम, कबीरदास की तरफ इशारा करते हुए कहा कि जिसने भी इस रास्ते को अपनाकर अपने आप को न्योछावर कर दिया आज उनका नाम लिया जाता है। और उन्होंने कहा कि खानपान का बहुत बड़ा असर होता है क्योकि जैसा खाय अन्न वैसा हो मन इसलिए खानपान पर विशेष ध्यान देते हुए शाकाहारी रहकर भगवान का भजन करना चाहिए। इस मौके पर ब्लॉक अध्यक्ष दलसिंगार, तहशील उपाध्यक्ष राकेश शर्मा, श्यामबली बिन्द, कामता प्रजापति, रामपूजन मिश्रा, रामजीवन सिंह, रामचेत यादव, बीरेंद्र यादव, कालिदास यादव, शिवबचन, दिवाकर समेत तमाम सतसंगी महिला पुरुष मौजूद रहे।