धनंजय राय ब्यूरो/पूर्वांचल लाईफ
भदोही। उपनिदेशक कृषि डॉ अश्विनी कुमार सिंह ने बताया कि एग्री स्टैक (डिजिटल पब्लिक इन्फास्ट्रेक्चर फॉर एग्रीकल्चर) के अन्तगर्त फार्मर रजिस्ट्री तैयार करने हेतु भारत सरकार द्वारा विकसित मोबाईल ऐप का प्रयोग करते हुए समस्त कृषकों के सभी गाटों को सम्मिलित कर कृषक के आधार से लिंक कराया जा रहा है। इस प्रकार प्रत्येक किसान का नाम, पिता का नाम, स्वामित्व वाले समस्त गाटा सं०, सहखातेदार होने की स्थिति में, गाटे में किसान का अंश, मोबाईल नं०, आधार सं०, ई-केवाईसी विवरण, रजिस्ट्री में दर्ज होगा। समस्त कृषकों के आपदा/सूखा आकलन में सहायता मिलेगी। किसी प्रकार के स्वामित्व हस्तांतरण (विरासत, बैनामा इत्यादि) होने पर फार्मर रजिस्ट्री स्वतः हो जायेगी। समस्त कृषक भूमिधरों के अंश निर्धारण में सहायता मिलेगी। कृषकों के कल्याण हेतु संचालित विभिन्न योजनाओं को सुगम, पारदर्शी तथा समयबद्ध तरीके से उपलब्ध होगा। किसानों के लिए ऋण, वित्त, आदानों और अन्य सेवा प्रदाताओं के लिए कृषि सेवाओं को सुगमता से उपलब्ध कराना तथा कृषि से संबंधित समस्त विभागों के बीच योजना अभिसरण का सरलीकरण होगा। फार्मर रजिस्ट्री तैयार करने का कार्य स्थानीय कार्मिकों के माध्यम से सघन अभियान चलाकर तैयार किया जा रहा है। जिसके लिए राजस्व विभाग के लेखपाल, कृषि विभाग के एटीएम, बीटीएम, प्रा०सहा०वर्ग-सी एवं पंचायत विभाग के क्षेत्रीय कर्मचारी पंचायत भवन पर व सहज जन सेवा केन्द्र एवं स्वयं के द्वारा ऐप के माध्यम से फार्मर रजिस्ट्री तैयार किया जा सकता है। यदि कोई कृषक फार्मर रजिस्ट्री नहीं बनवायेगा तो उसका प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की अगली किस्त नहीं आयेगी। अतः समस्त कृषकों से अपील है कि क्षेत्रीय कर्मचारियों का सहयोग करने का कष्ट करें।