पत्रकार कों मिली होती सुरक्षा तो शायद ना होती हत्या
पूर्वांचल लाइफ “पंकज जायसवाल”
जौनपुर। शाहगंज पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव हत्याकाण्ड के बाद एफआईआर दर्ज कराने वाले मृतक पत्रकार के भाई संतोष श्रीवास्तव पर मंडरा रहे खतरे के बाद पुलिस अधीक्षक डा अजय पाल शर्मा ने इंसास रायफल के साथ सुरक्षा कर्मी उपलब्ध कराया है। राउंड द क्लाक सुरक्षा में तैनात हैं। मालूम रहे पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव कों पुलिस द्वारा तीन माह से जान का खतरा बताया जाता रहा। जिसके बाद आशुतोष ने सुरक्षा देने की गुहार भी लगाया। लेकिन पुलिस प्रशासन आंख कान नाक बंद कर बैठा रहा। जिसके परिणामस्वरूप हौसला बुलंद असलहा बंद बदमाशों ने दिन दहाड़े हत्या कर पुलिस प्रशासन समेत सरकार कों चुनौती दे दी। बताया जाता है कि बदमाश इस कदर बेखौफ थे कि हत्या के बाद सबरहद तिराहे पर असलहे का प्रदर्शन करते रहे। दोनों ओर देखने के बाद जौनपुर रोड की ओर भाग निकले। आशुतोष श्रीवास्तव के घर पर लगें कैमरे में दोनों बदमाश कैद हुए। हत्या के एक दिन पूर्व 13 मई को भोर के 3:06 पर अपाचे बाइक पर सवार दोनों इमामपुर (पुरवा) की ओर गये। फिर नौ बज कर तेइस मिनट पर घर से होकर इमरानगंज की ओर निकल गये। उस दिन हत्या का प्लान सफल नहीं हुआ। दूसरे दिन 13 मई को नौ बजकर ग्यारह मिनट पर पुरवा की ओर गये। पुनः नौ बज कर 17 मिनट पर इमरानगंज की ओर गये और हत्याकांड कों अंजाम दे फरार हो गए। सभी फूटेज सीसीटीवी कैमरे में कैद हैं।