पूरे इलाके में लिखा हुआ यह श्लोगन बना जोरदार चर्चा का विषय
सांसद विधायक व मंत्रीगणों को सुझाते हुए किया गया है सचेत
“पूर्वांचल लाईफ” केराकत-संवाददाता “अरविंद यादव”
जौनपुर। केराकत मुआवजे की मांग को लेकर लंबे समय से संघर्षरत किसानों के सब्र का बांध अब टूटता हुआ दिखलाई देने लगा है। ऊपर से क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों का उपेक्षात्मक रूख किसानों को और भी उग्र बना रहा है। आक्रोशित किसानों ने सांसद, विधायक, मंत्री सहित जनप्रतिनिधियों को सावधान करते हुए चेताया है कि डोभी में आने-जाने के लिए हेलिकॉप्टर का करें प्रयोग।
अब समझा जा सकता है कि किसानों ने ऐसा ऐलान क्यों किया है, क्यों सड़क मार्ग के बजाए हेलिकॉप्टर से आने का सुझाव देते हुए जगह-जगह श्लोगन लिखवाया गया है। यह पूरे क्षेत्र में न केवल चर्चा का विषय बना हुआ है बल्कि किसानों के समर्थन में जनमानस भी एकजुट और आक्रोशित होने लगा है। दरअसल डोभी क्षेत्र के किसानों को एनएचआई की घोर लापरवाही मनमानी ही नहीं तानाशाही का दंड भुगतना पड़ रहा है। हजारों किसानों की भूमि अधिग्रहण कर मुआवजा देना तो दूर रहा है उल्टे किसानों को ही नोटिस पकड़ाकर सरकार के प्रति आक्रोश पैदा कराने का काम एनएचआई के अधिकारियों ने किया है। जिस पर क्षेत्रिय जनप्रतिनिधियों की उदासीनता और चुप्पी भी घोर आश्चर्य का विषय है।
मुआवजा न मिलने से व्यथित किसानों की माने तो अधूरी सड़क की वज़ह से यह दुर्घटना संभावित क्षेत्र का रूप ले लिया है। जहां आएं दिन दुर्घटनाएं हुआ करती हैं। किसानों द्वारा अंकित कराये गए श्लोगन में स्पष्ट लिखा हुआ है। कि आप की नजर में जनता की जान की कीमत भले ही न हो परन्तु जनता आपके जान की कीमत को बखूबी समझती है, सो डोभी क्षेत्र में आए तो हेलिकॉप्टर से ही आएं। बताते चलें कि केराकत तहसील क्षेत्र के डोभी इलाके के तकरीबन सैकड़ों की संख्या में किसान, ग्रामीण एनएचआई के अधिकारियों की घोर लापरवाही मनमानी का खामियाजा भुगतने को विवश हैं, जिन्हें उनकी भूमि का मुआवजा मिलना तो दूर रहा है उल्टे उन्हें नोटिस पकड़ाकर उनका आर्थिक, मानसिक, सामाजिक शोषण और उत्पीड़न किया जा रहा है। इससे किसान आंदोलित होने के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों से भी खासा नाराज हैं।
किसान नेता अजीत सिंह डोभी बताते हैं कि इस बार आंदोलन उग्र होगा। अभी तो सिर्फ जनप्रतिनिधियों को सावधान किया गया है कि वह डोभी क्षेत्र में आएं तो हेलिकॉप्टर से ही आएं वह इस लिए की वह भी चेते।बताया कि आने वाले दिनों में आंदोलन को मजबूती प्रदान करने के साथ ही किसानों के हक़ अधिकार को लेकर भी चर्चा होगी।