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विधायकों द्वारा बार-बार पुलिस स्टेशन पर फायरिंग करना जंगल राज से कम नहीं।
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पूर्वांचल लाईफ / हंसराज कनौजिया
मुंबई : महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नाना पटोले ने एक बार फिर शिंदे सरकार को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है। नाना पटोले ने कहा कि सत्ताधारी पार्टी के विधायकों द्वारा बार-बार पुलिस स्टेशन पर फायरिंग करना यह दर्शाता है कि महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है, और जंगल राज आ गया है।मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री कानूनी कार्रवाई नहीं करने के लिए पुलिस पर काफी दबाव बना रहे हैं, जिसके कारण अब कानूनी कार्रवाई में बाधा उत्पन्न हो गई है। नाना पटोले ने कहा है कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खिलाफ बीजेपी विधायक गणपत गायकवाड़ के आरोप बेहद गंभीर हैं, इसलिए अगर मुख्यमंत्री में थोड़ी भी नैतिकता बची है तो उन्हें तुरंत अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
बता दें कि, उल्हासनगर पुलिस स्टेशन में सत्ताधारी पार्टी के विधायक की गोली मारकर घायल करने के मामले में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने सरकार पर कड़ा रुख अपनाया है।शनिवार को नागपुर में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी उल्हासनगर में हुई घटना की कड़ी निंदा करती है। पुलिस थाने में गोलीबारी घटना से यह साबित होता है कि बीजेपी नेताओं पर किस तरह सत्ता का नशा सिर चढ़ कर बोल रहा है। आखिर ये कैसा रामराज्य है? पटोले ने कहा कि राज्य की पुलिस पर सत्ता पक्ष का भारी दबाव है, जिससे अब वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों में दहशत है। देखना होगा कि विधायक गणपत गायकवाड के मामले में शिंदे-बीजेपी सरकार क्या कार्रवाई करती है। उन्होंने कहा कि अगर सत्ता पक्ष के विधायक की बात नहीं मानी जाती है तो उनका तुरंत तबादला कर दिया जाता है। उन पर कानून के साथ काम न करने का दबाव बनाया जाता है। महाराष्ट्र में ऐसी स्थिति पहले कभी नहीं थी। प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति चरमरा गई है। ऐसे में महायुति सरकार को तत्काल बर्खास्त किया जाना चाहिए।
राज्य में सत्ताधारी दल के कई नेताओं के आपराधिक राज का खुलासा। महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नाना पटोले मौजूदा सरकार के नेताओं के कई आपराधिक राज सामने उल्लेख किया हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि गणेशोत्सव के दौरान सत्ताधारी पार्टी के विधायक सदा सरवणकर ने खुलेआम गोली चलाई थी लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। बल्कि सरकार ने उन्हें प्रभादेवी के सिद्धिविनायक मंदिर ट्रस्ट का अध्यक्ष बना दिया। पुणे के बीजेपी विधायक सुनील कांबले ने पुलिस से मारपीट की। सत्ता पक्ष के विधायक का कहना है कि पुलिस हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकती। क्योंकि हमारा बॉस ‘सागर’ बंगले में बैठे हैं। क्या ‘सागर’ बंगले में बैठा बॉस अपराधियों के पिता बन गए हैं ? सत्ता पक्ष के एक विधायक कैबिनेट में पिछड़ा वर्ग के वरिष्ठ मंत्रियों की कमर पर लात मारने की बात करते हैं। इन सभी तस्वीरों को देखकर लग रहा है कि प्रदेश में गुंडाराज का माहौल है। जनता की गाढ़ी कमाई लूटी जा रही है। पुणे में एक कार्यक्रम में प्रभु राम और सीता माता का अपमान किया गया। जब एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध किया तो उनके खिलाफ कार्रवाई की गयी। पटोले ने कहा कि महाराष्ट्र में शिंदे-फडणवीस-पवार का गुंडा राज चल रहा है। लेकिन राज्य की जनता सब देख रही है। सही समय आने पर जनता इस सरकार को जरूर सबक सिखाएगी।