जौनपुर।
एक तरफ प्रदेश सरकार महिला सुरक्षा को लेकर “मिशन शक्ति” जैसे अभियानों की गूंज कर रही है, वहीं दूसरी ओर जौनपुर जिले में दबंगों की हैवानियत ने सरकार की महत्वाकांक्षी “नारी सुरक्षा” योजना को ठेंगा दिखाकर नारी का अपमान किया है। बताते चलें कि सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के सोनिकपुर गांव में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां गांव के ही दो पक्षों के विवाद में दबंगों ने महिला और उसकी बेटी पर कहर बरपा दिया।
सूत्रों के हवाले अनुसार, बीते 29 अगस्त 2025 को दो पक्षों के विवाद में कुछ दबंग युवक एक पक्ष के घर पर पहुंचे और गाली-गलौज करने लगे। विरोध करने पर आरोपी जबरन घर में घुस गए। न केवल महिला को लात-घूसों से पीटा बल्कि उसके बेटे को भी बेरहमी से मारा।
इतना ही नहीं, दबंगों ने सारी हदें पार करते हुए महिला की बेटी को घर से घसीटकर बाहर लाया और उसके कपड़े फाड़ दिए। सूत्रों की मिली जानकारी अनुसार युवती को अर्धनग्न करने के बाद भी आरोपी ने पीटा और जान से मारने की दी धमकी।
गांव में फैली दहशत
घटना से पूरे गांव में सनसनी और दहशत का माहौल है। पीड़िता का परिवार लगातार भय के साए में जी रहा है।
पुलिस कार्रवाई पर सवाल
सूत्र बताते हैं कि महिला द्वारा पुलिस को दी गई तहरीर में कई जघन्य अपराध का उल्लेख तक नहीं किया गया। आखिर ऐसा क्यों?
ऐसे में सवाल उठ रहा है कि आखिर पुलिस दबंगों पर सख्ती से कार्रवाई क्यों नहीं कर रही? क्या प्रदेश सरकार की “नारी सुरक्षा” की मुहिम महज़ कागज़ों तक सीमित है?
पीड़िता ने पुलिस प्रशासन से गुहार लगाई है कि आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए, ताकि गांव की महिलाओं को न्याय और सुरक्षा मिल सके।