मॉस्को।
रूस की राजधानी मॉस्को एक बार फिर भारतीय परंपराओं और संस्कृति के रंग में रंगी दिखाई दी। अवसर था महिला भूमिहार समाज द्वारा आयोजित तीज महोत्सव का, जिसे दुब्रोबका सोसाइटी में बड़े धूमधाम और पारंपरिक आस्था के साथ मनाया गया।
सोलह श्रृंगार से सजी महिलाओं ने भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा-अर्चना कर अपने परिवार की खुशहाली और पति की दीर्घायु की कामना की। व्रत और आराधना के बीच पूरे वातावरण में भक्ति और उल्लास का संगम दिखाई दिया।
कार्यक्रम की शुरुआत समाज की अध्यक्षा सोनी राय ने शंकर-पार्वती के चित्र पर माल्यार्पण और आरती के साथ की। अपने संबोधन में उन्होंने कहा—
“तीज हमें जीवन के हर रिश्ते में प्रेम, धैर्य और विश्वास का महत्व सिखाता है। माता पार्वती का तप और शिवजी का स्वीकार हमें समर्पण, श्रद्धा और संयम का संदेश देते हैं।”
महोत्सव स्थल को फूलों, रंग-बिरंगी झंडियों और पारंपरिक सजावट से सजाया गया था। लोकगीतों और नृत्य की प्रस्तुति ने पूरे माहौल को उत्साह और आनंद से भर दिया। गीत-संगीत, सांस्कृतिक कार्यक्रम और सामूहिक उत्सव ने इस तीज को खास और यादगार बना दिया।
इस पावन अवसर पर सोनी राय के साथ शिप्रा, सुधा, गुलशन भारती, अलका, प्रिया सहित कई महिलाएँ मौजूद रहीं।