जौनपुर। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के नेतृत्व में 24 जून 2025 को कलेक्ट्रेट परिसर में एक दिवसीय सत्याग्रह एवं भूख हड़ताल का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का नेतृत्व परिषद के अध्यक्ष उपेंद्र प्रताप सिंह ने किया। प्रांतीय नेतृत्व के निर्देशानुसार आयोजित इस आंदोलन में 12 सूत्रीय मांगों को लेकर नगर मजिस्ट्रेट के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा गया।
12 सूत्रीय प्रमुख मांगें
1.पुरानी पेंशन योजना बहाल की जाए।
2.सातवें वेतन आयोग की संस्तुतियों में विसंगतियों को दूर कर सभी कर्मचारियों पर समान रूप से लागू किया जाए।
3.फ्रीज महंगाई भत्ते का एरियर, परिवार नियोजन सीसीएल समेत सभी भत्तों को बहाल किया जाए।
4.आउटसोर्सिंग और संविदा कर्मियों के लिए सेवा सुरक्षा और स्थाईकरण की नीति बनाई जाए।
5.स्थानीय निकाय और प्राधिकरण कर्मचारियों को राज्य कर्मचारियों के समान सुविधाएं प्रदान की जाएं।
6.शेष बचे राजकीय निर्गमन कर्मचारियों को सातवें वेतनमान का लाभ दिया जाए।
7.परिवहन निगम के कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ते की बकाया किस्तों का भुगतान और संविदा कर्मियों का विनियोजन।
8.सेवारत और सेवानिवृत्त कर्मचारियों के लिए कैशलेस इलाज की सुविधा सुनिश्चित की जाए।
9.जिला और महिला चिकित्सालयों को उच्चीकृत कर मेडिकल कॉलेज बनाया जाए।
10.फार्मासिस्ट, लैब टेक्नीशियन आदि का ग्रेड पे सुधारकर 4200 किया जाए।
11.शिक्षकों और प्रधानाचार्यों को राज्य कर्मचारियों की भांति चिकित्सा सुविधा दी जाए।
12.सिंचाई विभाग और वेटरनरी फार्मासिस्ट सहित अन्य कर्मियों की सेवा नियमावली शीघ्र लागू की जाए।
नेताओं और कर्मचारियों की जोरदार भागीदारी
कार्यक्रम में संघर्ष समिति अध्यक्ष संजय सिंह, सत्य प्रकाश मिश्रा, लक्ष्मी नारायण तिवारी, प्रमोद शुक्ला, कृष्णा पांडे, चंद्रमणि मिश्रा, मनोज तिवारी, अरविंद सिंह, अतहर समीम, इंद्रभान मौर्या, अरुण कुमार मौर्य, चंदन सिंह, अतुल सिंह, सर्वेश सिंह, विजय, राशिद, शिवम यादव और शैलेंद्र सिंह सहित बड़ी संख्या में कर्मचारी और शिक्षक मौजूद रहे।
सभी ने एक स्वर में कहा कि अगर सरकार मांगों पर शीघ्र विचार नहीं करती है, तो आंदोलन को और उग्र किया जाएगा। इस आंदोलन ने कर्मचारियों की एकजुटता और उनकी समस्याओं के समाधान की दिशा में मजबूत संदेश दिया है।