जौनपुर। नगर के सद्भावना सेतु से शास्त्री सेतु तक पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से घाटों के निर्माण और सौंदर्यीकरण की योजना पर कार्य तेजी से आगे बढ़ रहा है। खेल एवं युवा कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गिरीश चंद्र यादव काफी समय से इस परियोजना को मूर्त रूप देने के लिए प्रयासरत थे। इस उद्देश्य से उन्होंने कई बार केंद्रीय मंत्री और नमामि गंगे परियोजना के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात कर घाटों के सौंदर्यीकरण हेतु विशेष अनुरोध किया था।
उनके प्रयासों का सकारात्मक परिणाम सामने आया है। मंगलवार को जल शक्ति मंत्रालय, भारत सरकार की एक विशेष टीम जौनपुर पहुंची। इस टीम में रीवर फ्रंट डेवलपमेंट एक्सपर्ट निधि डंडोना और सपोर्ट इंजीनियर पंकज रावत प्रमुख रूप से शामिल थे। इन अधिकारियों ने राज्यमंत्री गिरीश चंद्र यादव के साथ मिलकर सद्भावना सेतु से शास्त्री सेतु तक स्थलीय निरीक्षण किया और घाटों के सौंदर्यीकरण की संभावनाओं पर चर्चा की।
निरीक्षण के दौरान राज्यमंत्री गिरीश चंद्र यादव ने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि घाटों का सौंदर्यीकरण न केवल नगर की ऐतिहासिकता को संरक्षित करेगा, बल्कि पर्यटन को भी बढ़ावा देगा। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि जल्द ही इस परियोजना को स्वीकृति मिल जाएगी और कार्य प्रारंभ किया जाएगा।
निरीक्षण के दौरान कई अधिकारी एवं गणमान्य रहे उपस्थित
निरीक्षण कार्यक्रम के दौरान नगर पालिका परिषद के अधिशाषी अधिकारी पवन कुमार, उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (UPPCL) के अभियंता अजय, श्याममोहन अग्रवाल, मीडिया प्रभारी मनीष श्रीवास्तव, आशीष गुप्ता, सुनील यादव, बसंत प्रजापति एवं पियूष सिंह सहित कई अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
नगरवासियों को मिलेगा लाभ
सद्भावना पुल से शास्त्री पुल तक के क्षेत्र का सौंदर्यीकरण नगरवासियों के लिए एक बड़ी सौगात साबित होगा। इस परियोजना के तहत घाटों का विकास, स्वच्छता, प्रकाश व्यवस्था और बैठने की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी, जिससे न केवल धार्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन सुगम होगा, बल्कि स्थानीय पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
नगरवासियों को इस बहुप्रतीक्षित परियोजना के शीघ्र क्रियान्वयन की उम्मीद है, जिससे जौनपुर का ऐतिहासिक स्वरूप और अधिक निखर सकेगा।