पत्रकार की निर्मम हत्या को लेकर प्रेस क्लब ने राज्यपाल व मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी को सौंपा

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उत्तर/प्रदेश
पूर्वांचल लाइफ/जौनपुर

जौनपुर। उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में पत्रकार राघवेन्द्र वाजपेई की अज्ञात बदमाशों द्वारा गोली मारकर हत्या किए जाने की घटना ने पत्रकार समुदाय को आक्रोशित कर दिया है। इस निर्मम हत्या के विरोध में जौनपुर जिले के पत्रकारों ने एकजुट होकर पत्रकार प्रेस क्लब के जिलाध्यक्ष शंभु सिंह के नेतृत्व में महामहिम राज्यपाल और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित ज्ञापन सौंपा। यह ज्ञापन जिलाधिकारी की अनुपस्थिति में उपजिलाधिकारी अर्चना ओझा को सौंपा गया।

पत्रकारों ने एक स्वर में प्रदेश के सीतापुर जिले में हुई इस घटना को अत्यंत दुखद और निंदनीय बताया और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग की। पत्रकारों के अनुसार, यह घटना पत्रकारों के लिए सुरक्षा के मुद्दे को और भी गंभीर बना देती है, और इसे लेकर उन्हें त्वरित कदम उठाने की आवश्यकता है।

प्रेस क्लब की प्रमुख मांगें

पत्रकार प्रेस क्लब ने राज्यपाल और मुख्यमंत्री से निम्नलिखित प्रमुख मांगें कीं:

1.अपराधियों के खिलाफ त्वरित कार्यवाही: पत्रकार राघवेन्द्र वाजपेई की हत्या में शामिल वास्तविक अपराधियों के खिलाफ शीघ्र और सख्त कार्यवाही की जाए ताकि न्याय मिल सके और इस तरह की घटनाओं का दुबारा सामना न करना पड़े।

2.परिवार की सुरक्षा और सहायता: पत्रकार के परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए और उनके आश्रितों को सरकारी नौकरी तथा एक करोड़ की आर्थिक सहायता तत्काल प्रदान की जाए। यह पत्रकार के परिवार को इस मुश्किल घड़ी में सहायता प्रदान करने के लिए आवश्यक कदम होगा।

3.पत्रकारों की सुरक्षा के लिए उच्चस्तरीय समिति का गठन: पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर एक उच्चस्तरीय समिति गठित की जाए और पत्रकार सुरक्षा कानून बनाया जाए ताकि पत्रकारों को अपनी पेशेवर जिम्मेदारी निभाने में कोई डर न हो और वे स्वतंत्र रूप से काम कर सकें।

4.पत्रकारों के खिलाफ असामाजिक तत्वों की कार्रवाई पर कड़ी निगरानी: वर्तमान समय में पत्रकारों के खिलाफ असामाजिक तत्वों द्वारा मनगढ़ंत मुकदमे दर्ज कराए जा रहे हैं, विशेषकर SC/ST के तहत। यह पत्रकारिता की स्वतंत्रता के लिए एक बड़ी चुनौती है। इस पर कड़ी कार्रवाई की आवश्यकता है।

5.पत्रकार सुरक्षा अधिकारी की नियुक्ति: प्रदेश के सभी जनपदों में पत्रकारों के उत्पीड़न और समस्याओं के त्वरित निस्तारण के लिए पत्रकार सुरक्षा अधिकारी की नियुक्ति की जाए। इस पद के निर्माण से पत्रकारों की सुरक्षा और उनकी समस्याओं के समाधान में मदद मिलेगी।

प्रेस क्लब के पदाधिकारी और पत्रकारों की उपस्थिति

ज्ञापन सौंपने के दौरान पत्रकार प्रेस क्लब के प्रमुख पदाधिकारी और सदस्य मौजूद थे, जिनमें महामंत्री आशीष पांडे, दीपक श्रीवास्तव, दीपक सिंह, सरस सिंह, सुजीत वर्मा, अवधेश तिवारी, शीतला प्रसाद मौर्य, हुब लाल यादव, दिवाकर दुबे, शिव प्रकाश यादव और डॉ. लल्लन यादव आदि प्रमुख थे। सभी पत्रकारों ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए राज्य सरकार से शीघ्र कार्रवाई की उम्मीद जताई।

पत्रकारों की सुरक्षा एक जरूरी मुद्दा

पत्रकारों के खिलाफ बढ़ती हिंसा और उत्पीड़न की घटनाओं ने यह साबित कर दिया है कि पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। इस तरह की घटनाओं से न केवल पत्रकारों का मनोबल टूटता है, बल्कि यह लोकतंत्र के चौथे स्तंभ की स्वतंत्रता को भी प्रभावित करता है। प्रेस क्लब द्वारा उठाए गए इस मुद्दे को लेकर अब राज्य सरकार से त्वरित और प्रभावी कदम उठाने की उम्मीद की जा रही है।

पत्रकारों ने यह भी कहा कि अगर इस प्रकार की घटनाओं की सख्त और त्वरित जांच नहीं होती है, तो यह लोकतांत्रिक मूल्यों और स्वतंत्रता की दिशा में एक बड़ा खतरा होगा।

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