पंकज सीबी मिश्रा/पत्रकार जौनपुर
(पूर्वांचल लाईफ न्यूज) : काशी की सुप्रसिद्ध सनातनी और लोकसेवा की संस्था ब्रह्मराष्ट्र एकम् ने प्रयागराज महाकुंभ में अपने शिविर का प्रारंभ किया और संस्था के अंतराष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ सचिन मिश्र ने बताया कि शिविर में सौ तीर्थयात्रियों को प्रतिदिन निःशुल्क भोजन की व्यवस्था की गई है। डॉ सचिन सनातनी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि शिविर के माध्यम से जो भी सभ्यजन ब्रह्मराष्ट्र एकम महासंघ की सदस्यता लेना अथवा वालंटियर के रूप में कार्य करना चाहते है उनका शिवर में स्वागत है। उनका संस्था रजिस्ट्रेशन भी किया जा रहा और आगे आगामी फरवरी माह में महाकुंभ के दौरान संस्था अपना पंचम राष्ट्रीय अधिवेशन भी करेगी। संस्था के संगठन मंत्री और मीडिया के पत्रकार पंकज सीबी मिश्रा ने आगे की जानकारी देते हुए बताया की इससे पूर्व पिछले सप्ताह मॉरीशस का एक प्रतिनिधि मंडल काशी आया और उनके आगमन पर संस्था द्वारा उनका स्वागत किया गया। अब ब्रह्म राष्ट्र एकम का विस्तार काशी से मॉरिशस तक होगा जिसके लिए अंतराष्ट्रीय स्तर पर रणनीति और सदस्यता अभियान चलाया जायेगा। मॉरिशस से आई ज्योति बोबून ने बताया कि शीघ्र ही ब्रह्मराष्ट्र एकम महासंघ के अंतरराष्ट्रीय शाखा का शुभारंभ होगा। भारत के दौरे पर आई मॉरीशस के हिंदी प्रचारिणी सभा जिसकी स्थापना सन् 1950 में हुई थी उसकी कोषाध्यक्ष ज्योति बोबून और सदस्य विश्वाणी, सहित कुल 15 लोगों ने ब्रह्मराष्ट्र एकम् की धार्मिक एवं आध्यात्मिक संगठन की प्रारंभिक सदस्यता ली तथा पूरे मॉरीशस में संगठन का विस्तार करने पर सहमति जताई। सभी सदस्य हाल में उड़ीसा में हुए अप्रवासी भारतीय सम्मेलन में सम्मिलित होने के पश्चात काशी के दौरे पर दर्शन पूजन किया व प्रयागराज के महाकुंभ 2025 में आस्था और संस्कृति की डुबकी भी लगाई। काशी में आयोजित प्रेस वार्ता में उन्होंने बताया कि ब्रह्मराष्ट्र एकम् के संस्थापक अध्यक्ष डॉ.सचिन सनातनी, धर्म संस्कृति और आध्यात्मिक क्षेत्र में बड़े-बड़े आयोजन कर रहे हैं जिससे लाखों वर्षों का सनातनी इतिहास से हमारे हिंदू एकता को बल देने का कार्य कर ही रहा है जिसमें युवाओं की सहभागिता अधिक सक्रिय है। ज्योति बबून संगठन द्वारा सप्त ऋषि गुरुकुल के आगामी निर्माण कार्य को सराहते हुए एक गुरुकुल मॉरीशस में शाखा के रूप में खोलने का प्रयास करेगी। संगठन के विभिन्न दायित्वों पर सभी 15 सदस्य दल ने संकल्प लेकर भारत और मॉरीशस के रिश्तो को और मजबूत बनाने पर जोर दिया है। भारत की मिट्टी में वह शक्ति है जो पूरे विश्व को भारत की संस्कृति से संवैधानिक रूप से जोड़ सकती है,जिससे सभी जाति वर्ग और समुदाय को एकता अखंडता और समानता के सूत्र में बांधकर वसुधैव कुटुंबकम की भावना को चरितार्थ किया जा सके।