बारिश में कीचड़, धूल में धूल—जनप्रतिनिधियों से गुहार के बाद भी नहीं बनी जीवनरेखा सड़क
धनंजय राय, ब्यूरो/पूर्वांचल लाइफ
भदोही। सुरियावां ब्लॉक के छनौरा गांव, दुर्गागंज की जर्जर मुख्य सड़क ग्रामीणों के लिए मुसीबत का सबब बन चुकी है। बुधवार को नाराज ग्रामीणों ने सड़क की बदहाली को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया और विधायक-सांसद से सड़क निर्माण की मांग की। ग्रामीणों का कहना है कि अगर जल्द ही सड़क पक्की और इंटरलॉकिंग नहीं हुई, तो आंदोलन और तेज होगा।
यह वही सड़क है, जो बिंद बस्ती, मुस्लिम बस्ती, गौतम बस्ती, शर्मा बस्ती और विश्वकर्मा बस्ती समेत कई इलाकों के लिए जीवनरेखा का काम करती है। लेकिन बरसों से उपेक्षित यह मार्ग अब दलदल और गड्ढों में तब्दील हो चुका है। बारिश में कीचड़ और पानी से गुजरना दुश्वार हो जाता है तो धूप में धूल का गुबार लोगों का जीना मुश्किल कर देता है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि सबसे ज्यादा परेशानी बच्चों, बुजुर्गों और दिव्यांगों को उठानी पड़ती है। स्कूली बच्चे आए दिन फिसलकर घायल हो जाते हैं और बुजुर्गों के लिए यह रास्ता पार करना जोखिम से खाली नहीं है।
प्रदर्शन में शामिल मुनिया बेगम ने बताया—“कई बार जनप्रतिनिधियों से इस सड़क को बनवाने की गुहार लगाई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।” वहीं, राम रशिले बिंद ने चेतावनी दी—“अगर इस सड़क की मरम्मत जल्द नहीं हुई तो ग्रामीण उग्र आंदोलन करने को मजबूर होंगे।”
ग्रामीणों की मांग है कि इस मार्ग को पक्का कर इंटरलॉकिंग कराया जाए, ताकि हजारों लोगों की जिंदगी आसान हो सके।