दिल के दौरे में ‘गोल्डन पीरियड’ का महत्व
जब दिल पर संकट आता है, तो हर सेकंड कीमती होता है। गोल्डन पीरियड—लक्षण शुरू होने के पहले 90-120 मिनट—में लिया गया सही फैसला किसी की जान बचा सकता है। इस दौरान सही उपचार से दिल को स्थायी क्षति से बचाया जा सकता है।
दो प्रमुख उपचार विकल्प हैं:
1.प्राइमरी एंजियोप्लास्टी (PCI)
2.थ्रोम्बोलाइसिस (खून का थक्का घोलने की दवा)
थ्रोम्बोलाइसिस: गरीब मरीजों के लिए वरदान
डॉ. हरेंद्र देव सिंह का कहना है:
> “जब मरीज सही समय पर अस्पताल पहुंचे, और एंजियोप्लास्टी उपलब्ध न हो—या महंगी हो—तब थ्रोम्बोलाइसिस उतनी ही असरदार हो सकती है।”
भारत के ग्रामीण और अर्ध-शहरी इलाकों में, जहां महंगे इलाज की पहुंच सीमित है, थ्रोम्बोलाइसिस गरीब मरीजों के लिए जीवनदायिनी विकल्प बन सकती है। खासतौर पर, स्ट्रेप्टोकाइनेज (कीमत: ₹2100-3000) जैसी दवाएं, जिनकी प्रभावशीलता महंगे टेनेक्टप्लेज (कीमत: ₹35000) के बराबर मानी जाती है।
—
महंगे इलाज का बोझ: गरीबों की मुश्किलें
गरीब परिवारों के पास महंगे इलाज का खर्च उठाने के संसाधन नहीं होते। लाखों रुपये जुटाने के लिए उन्हें अपनी जमीन, गहने और संपत्ति बेचनी पड़ती है। ऐसे में, सस्ती और प्रभावी दवाओं का सही उपयोग उनकी जान और भविष्य दोनों बचा सकता है।
> “इलाज सबका अधिकार है—चाहे जेब में पैसा हो या न हो।”
—
वैज्ञानिक प्रमाण
अंतरराष्ट्रीय अध्ययनों ने साबित किया है कि समय पर दी गई थ्रोम्बोलाइसिस, विशेष रूप से स्ट्रेप्टोकाइनेज, एंजियोप्लास्टी जितनी ही प्रभावी हो सकती है।
प्रमुख अध्ययनों में शामिल हैं:
EXAMINATION Trial (2020)
TIGER-2 Trial (2021)
HisproUK (TS-01)
ICT Meta-analysis (2022)
इन अध्ययनों से यह स्पष्ट हुआ है कि थ्रोम्बोलाइसिस आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों के लिए प्रभावी और सुरक्षित विकल्प है।
—
प्रेरणादायक कहानियां
कई गरीब मरीजों ने सही समय पर थ्रोम्बोलाइसिस की मदद से न केवल अपनी जान बचाई, बल्कि आर्थिक संकट से भी उबरे।
एक उदाहरण में, एक किसान ने ₹3000 की दवा से अपना दिल का दौरा ठीक करवाया, जबकि एंजियोप्लास्टी का खर्च ₹1.5 लाख होता।
—
डॉ. सिंह का संदेश:
> “इलाज की तकनीक से ज्यादा, समय पर इलाज अहम है। गरीब मरीजों के लिए थ्रोम्बोलाइसिस ही सबसे उपयुक्त विकल्प है।”
—
निष्कर्ष:
थ्रोम्बोलाइसिस ग्रामीण और गरीब मरीजों के लिए व्यावहारिक, सस्ता और असरदार विकल्प है।
यह न केवल वैज्ञानिक रूप से प्रभावी है, बल्कि सामाजिक दृष्टि से भी आवश्यक है।
समय पर सही निर्णय मरीज की जिंदगी और उसके परिवार का भविष्य दोनों बचा सकता है।
“लक्षण पहचानें, घबराएं नहीं, और तुरंत इलाज लें। थ्रोम्बोलाइसिस है सस्ता, सरल और जीवनरक्षक विकल्प।”