टंकी पर 42 हार्स पावर की जगह 22 हार्स पावर का मोटर लगाने से नहीं चढ़ाता पानी
धनंजय राय ब्यूरो/पूर्वांचल लाईफ
भदोही। जिले के डीघ ब्लॉक के छह गांवों में नियमित शुद्ध पेजयल की आपूर्ति नहीं हो रही है। पेयजल के लिए बनी टंकी शोपीस बनी है। टंकी पर 42 हार्स पावर की जगह 22 हार्स पावर का मोटर लगाने से पानी नहीं चढ़ रहा है। इससे 28 हजार लोगों को पेयजल नहीं मिलता, लेकिन बिल हर महीने पहुंच जाता है। डीघ ब्लॉक के कोईरौना गांव में करीब 30 साल पहले 25 हजार लीटर की क्षमता की पेयजल टंकी का निर्माण कराया गया था। आधा दर्जन से अधिक गांवों में शुद्ध पानी पहुंचाने के उद्देश्य से बने ओवरहेड टैंक से कुछ दिनों तक निर्धारित रोस्टर के अनुसार शुद्ध पानी पहुंचाया गया। जिससे हजारों परिवारों को सहूलियत मिली, लेकिन कुछ ही सालों में ओवरहेड टैंक में लगा 42 हार्स पावर का मोटर जल गया। जिसके बाद गांवों की पेयजल आपूर्ति बाधित हो गई। जल निगम की ओर से यहां दूसरे मोटर लगाकर उसके संचालन का प्रयास किया गया, लेकिन जेई की लापरवाही के कारण 42 की जगह 22 हार्स पावर का मोटर लगाने से टंकी तक पानी चढ़ पा रहा है। जिससे ओवरहेड टैंक शोपीस बना है। विभागीय अधिकारियों से कई बार शिकायत भी की गई, लेकिन जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे हैं।
गांव के लोगों को नियमित पानी तो नहीं मिलता, लेकिन हर माह पूरे महीने का पानी का बिल पहुंच जाता है। लोगों को सबसे अधिक समस्या भीषण गर्मी में झेलनी पड़ती है, जब हैंडपंप भी पानी छोड़ते हैं।
कोट्स
करीब 2800 की आबादी प्रभावित
भदोही। ओवरहेड टैंकों का संचालन ठप पड़ने से करीब 28500 की आबादी प्रभावित है। जिसमें कोइरौना ओवरहेड से कालिका नगर 7000, गोलखरा 6000, मझगवां 6000, मानशाहपुर 3000, भीखीपुर 2500, रईयापुर 4000 की आबादी को पेयजल संकट झेलना पड़ रहा है। गांवों में जलजीवन मिशन के तहत पेयजल टंकी का निर्माण कर पेयजल सप्लाई कराने की तैयारी है। वहीं पानी के बिल का पता कराया जाएगा। पेजयल सप्लाई होने पर ही पानी का बिल भेजा जाएगा। मुजीब अहमद, एक्सईएन, जल निगम ग्रामीण।