जौनपुर। जलालपुर के बयालसी महाविद्यालय में आईसीएसएसआर द्वारा प्रायोजित दो दिवसीय (20 सितंबर एवं 21 सितंबर 2024) राष्ट्रीय सम्मेलन का समापन हुआ। इस सम्मेलन का मुख्य विषय-भारतीय ज्ञान प्रणाली का पुनर्जीवन: राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के आधारभूत संरचनाओं पर गहन मंथन था।
दिनांक 21 सितंबर 2024 को इस राष्ट्रीय सम्मेलन के द्वितीय दिवस पर शोध पत्र प्रस्तुतीकरण हेतु दो ऑफलाइन एवं तीन ऑनलाइन तकनीकी सत्रों का आयोजन हुआ जिसमें देश-विदेश के विभिन्न केंद्रीय विश्वविद्यालयों, राज्य विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों के सम्मानित शिक्षक, शोधार्थी तथा स्नातकोत्तर छात्रों ने सक्रिय सहभागिता की। कुल मिलाकर इस दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन में लगभग 500 लोगों ने ऑफलाइन एवं ऑनलाइन माध्यम से प्रतिभाग किया। शोध पत्र प्रस्तुतीकरण के तकनीकी सत्र में प्रोफेसर अजय द्विवेदी, डॉ हरिशंकर कुमार, डॉ शालिनी शिखा, डॉ अभिषेक अग्रवाल, प्रोफेसर दिनेश कुमार मिश्रा आदि ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति से राष्ट्रीय सम्मेलन के मुख्य विषय के प्रति प्रतिभागियों का ध्यानाकर्षण किया और भविष्य में आने वाली चुनौतियों के प्रति जागरूक किया। तकनीकी सत्रों की अध्यक्षता डॉक्टर माया सिंह टी डी पी जी कॉलेज, डॉक्टर हरि ओम त्रिपाठी टी डी पी जी कॉलेज एवं डॉक्टर ममता सिंह मोहम्मद हसन पी जी कॉलेज ने किया।
पेपर प्रस्तुतीकरण के तकनीकी सत्र के बाद समापन सत्र आयोजित हुआ जिसमें बयालसी महाविद्यालय, जलालपुर के प्राचार्य डॉ अलकेश्वरी सिंह ने राष्ट्रीय सम्मेलन के द्वितीय दिवस पर देश के विभिन्न स्थानों से पधारे विद्वतजन, शोधार्थी एवं छात्रों का स्वागत किया। मुख्य अतिथि के रूप में प्रोफेसर हिमांशु शेखर झा ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति में भारतीय ज्ञान परंपरा और संस्कृति की महत्ता और उपादेयता पर प्रकाश डाला, विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रोफेसर आर एस त्रिपाठी ने भारतीय ज्ञान परंपरा को समझने के लिए 5 उपगमों की चर्चा की, डॉ एस के पाठक, प्राचार्य मड़ियाहूं पी जी कालेज मड़ियाहूं एवं डॉक्टर शैलेंद्र सिंह प्रधानाचार्य बयालसी इंटर कॉलेज ने अपनी गरिमापूर्ण उपस्थिति एवं विद्वतापूर्ण उद्बोधन से कार्यक्रम के शोभा में चार चांद लगा दिए। कार्यक्रम के अंत में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्व विद्यालय की डीन प्रो रंजू हासिनी शाहू द्वारा सप्रेम भेट पौधें का रोपड़ मुख्य अतिथि प्रो हिमांशु शेखर झा द्वारा किया गया इसके बाद सभी शोध पत्र प्रस्तुत करने वाले प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए।
धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम के आयोजन सचिव डॉ आशुतोष पांडे, एवं उपसचिव डॉ अनिल कुमार ने किया। उक्त कार्यक्रम में बयालसी महाविद्यालय के समस्त शिक्षकगण एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों ने सक्रिय सहभागिता की।