वे मियादी कटौती से जनता हैं परेशान, वही अधिकारी आराम से मस्त पड़े हुए हैं, समस्याओं के निराकरण के नाम पर एक ही बात कि प्राइवेट कर्मचारी हैं बात नहीं मानते
आजमगढ़। बिंद्राबाज़ार विद्युत उपकेंद्र मोहम्मदपुर से ग्रामीण क्षेत्रों के लिए शासन द्वारा निर्धारित शिड्यूल्ड 18- 20 विद्युत आपूर्ति को विभागीय लापरवाही के चलते फाल्ट के भेंट चढ़ रही हैं, जिससे धान रोपाई के पीक आवर में निजी नलकूप पर रहने वाले किसानों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है।
विद्युत उपकेंद्र मुहम्मदपुर से ग्रामीण क्षेत्रों को विद्युत आपूर्ति के लिए 6 फीडर बनाए गए है साउथ फीडर, कोइलाडी फीडर, नार्थ फीडर, रोवा फीडर, बिंद्राबाज़ार फीडर, कृषि फीडर, आदि। विभागीय माने तो जो फीडर ओवरलोड पर चल रहे हैं वह तो ट्रिप कर ही रहे हैं जो ओवरलोड पर नहीं है वह फाल्ट की भेंट चढ़ जा रहे हैं, पूरे बाजार में एबीसी कंडक्टर लगे हुए हैं, यदि किसी जगह फाल्ट है तो उसके कनेक्शन को हटा करके बाकी कनेक्शन चालू किया जाए और पूरे बाजार की सप्लाई चलती रहती है लेकिन यहां एक तरफ फाल्ट होने पर पूरे बाजार की सप्लाई बाधित की जा रही है, मंगरावां रायपुर, गौरी मुहम्मदपुर, मुजफ्फरपुर और अन्य क्षेत्रों के निवासी लोगों का आरोप है कि बिजली अफसरों की मनमानी कटौती के चलते क्षेत्र के लोग रातों को सो नहीं पा रहे हैं। वहीं सूत्रों की माने तो ग्रामीण क्षेत्र के किसान ने चेतावनी दी अगर जल्द बिजली व्यवस्था में सुधार नहीं होता है तो हम लोग जल्द से जल्द बिजली विभाग के खिलाफ आंदोलन करेंगे और उसकी सारी जिम्मेदारी बिजली विभाग की होगी। जबकि क्षेत्र के कुछ लोगों द्वारा सामूहिक रूप से मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत भी की गई कि इस दुर्व्यस्था का कारण अधिकारियों की लापरवाही है। जहां न तो तार अच्छे से व्यवस्थित किया जा रहा है और ना ही उसका मरम्मत, ट्रांसफर बदलकर इसकी क्षमता बढ़ाई गई है, फिर भी फीडर ओवर लोड के साथ ही जर्जर हालत में तार बारिश और हल्के हवा के चलते आपस में टकराने से विद्युत आपूर्ति ब्रेक डाउन हो जा रही है, जो कई कई घंटे बाधित हो रही है। वहीं आउट सोर्सिंग पर लगाए गए लाईन मैंन भी फाल्ट ठीक करने के लिए किसानों से धन उगाही करने में लगे हैं। ऐसे में किसानों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है। इस समस्या के बाबत जब स्थानीय विभागीय अधिकारियों से किसानों की शिकायत भी कोई मायने नहीं रखती है। जिससे निजी नलकूप विद्युत उपभोक्ताओं में आक्रोश है। फाल्ट और विद्युत आपूर्ति बाधित होने की बात स्थानीय अवर अभियंता से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि अधिक लोड और कम क्षमता वाले प्रवर्तक ट्रांसफर के कारण आपूर्ति में बार बार ट्रिपिंग की समस्या आ रही है, जिसे जल्दी ही बदलते हुए ठीक कर दिया जाएगा, जबकि फाल्ट की सूचना पर हमारे कर्मचारियों द्वारा ठीक कर दिया जाता है।
विद्युत उपकेंद्र स्तर पर एक व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाया गया है जिसमें लगभग सभी गांव के लोगों को जोड़ा गया है विभाग द्वारा किसी भी रोस्ट्रिग को पूर्व सूचना दिए बगैर ही किया जाता है वहीं रोस्टिंग के समय तो बिजली आपूर्ति बाधित रहती है बाकी समय में फाल्ट सही करने में ले लिया जाता है जिससे जनमानस मैं विभागीय आक्रोश बढ़ रहा है और सरकार की किकरी की जा रही है। क्षेत्र में चर्चा का विषय भी है की विभागीय लोगों की इस कार्यशैली से बाजार में बिजली के समान के विक्रेताओं का अप्रत्यक्ष सहयोग किया जाता है ज्यादा बिजली फाल्ट करने से या समय से सही नहीं करने पर लोगों को इनवर्टरों की ज्यादा जरूरत पड़ेगी वही इनवर्टर बैटरी बिकवाने के चक्कर में विभागीय लोग इस तरह की हरकत कर रहे हैं ऐसी आम चर्चा है। क्षेत्र के अजय सिंह, विपिन सिंह, हरिशंकर, विजय कुमार, केशव प्रसाद ने अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराया है कि इस समस्या पर ध्यान दें।