मिलावटी मिठाइयाँ बननी शुरू, रात के अँधेरे में धधक रही भट्ठिया
“रिपोर्ट- मोहम्मद अरशद”
जौनपुर/खेतासराय
त्योहारों का सीजन चल रहा हैं और त्योहारों की असली खुशी अपनों को मिठाई खिलाकर ही होती हैं लेकिन ये मिठाइयां अगर मिलावटी होती हो तो सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकती हैं क्योंकि आप जिन मिठाइयों को दूध, मावे और ड्राई फ्रूट्स से बना सोचते हैं, उसमें मिलावट खोर आरारोट, टेलकम पाउडर और एस्बेस्टस पाउडर आदि चीजें डालकर भी मिठाइयां तैयार किया जाता हैं। यह मिलावटी मिठाइयां लोगों की सेहत के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकती है।
बताया जा रहा हैं कि दिवाली का त्यौहार नजदीक आते ही नकली मावा व मिठाइयाँ बनाने का काम तेजी से फल फूल रहा है। कही नकली घी बनने की खबर निकलकर सामने आ रही है तो कही रंग बिरंगी मिलावटी मिठाइयाँ भी खुले आम बिक रही है। दिवाली का त्योहार आते ही कम समय में अधिक धन लाभ अर्जित करने के लिए मिलावट खोर सक्रिय हो जाते हैं। ऐसे में मिलावट खोर रंग बिरंगी कई मिठाइयों को दुकानों पर सजाने जुट जाते हैं जो की स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित होती हैं। इन रंग बिरंगी मिठाइयों में जो गुणवत्ता होनी चाहिए यदि गहनता से जाँच की जाए तो दूर-दूर तक गुणवत्ता कही नजर नहीं आएगी। स्वाद में तो खोए के समान लगती है, लेकिन इन मिठाइयों में एक प्रतिशत भी खोए की मात्रा नहीं होती है।
खेतासराय क्षेत्र में इन दिनों मिठाइयों का मिलावटी कारोबारों खूब फल रहा है कई जगह तो ऐसा देखा जा रहा है जहां खुले में मिठाइयां रखी हुई है जिससे सड़कों से उड़ने वाले धूल के कण इनमें समा रहे हैं, जिससे बीमारियां फैलने का खतरा बना हुआ है। ऐसी मिठाई खाकर लोगों का स्वास्थ्य भी खराब हो सकता है। बाजार में तरह तरह की मिलावटी मिठाइयाँ उपलब्ध है ग्राहकों से शुद्धता के नाम पर ज्यादा पैसे वसूले जा रहे हैं लेकिन सामग्री सही नहीं मिलती। छापे के डर से मिठाई कारोबारी दिन की बजाय रात में मिठाइयाँ तैयार कर रहे है रात में मिठाइयाँ तैयार करने के बाद उन्ही मिलावटी मिठाइयों को दिन में दुकानों पर सजा दिया जाता है।