टिकट के लिए घमासान, मछलीशहर में अटकलों का बाजार गर्म

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पूर्वांचल लाईफ / पंकज कुमार मिश्रा, राजनीतिक विश्लेषक एवं पत्रकार

जौनपुर। भाजपा के पहली सूची में 195 नामो के बाद अब लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियां तेज हो गई है। भाजपा नें अधिसूचना से पहले ही लड़ाई का बिगुल फूँक दिया है जबकि कांग्रेस अभी यात्रा और सपा अभी अपने पराये के उधेड़बुन में उलझी हुईं नजर आ रहीं है।भाजपा द्वारा घोषित 195 प्रत्याशीयों की लिस्ट में कई नाम चौकाने वाले है जिनमें जौनपुर लोकसभा सीट से पूर्व गृहराज्यमंत्री महाराष्ट्र कांग्रेस कृपाशंकर सिंह और लखीमपुर से अजय मिश्र टेनी, बसपा से आए रितेश पाण्डेय, आसनसोल से पवन सिंह हालांकि भोजपुरी स्टार नें नाम वापिस लेने की सिफारिश कर डाली ऐसे में पूर्वांचल के कई सीटों पर अभी भी प्रत्याशी की खोजबीन जारी है। पूर्वांचल में ऐसी ही एक लोकसभा सीट है मछलीशहर जहां पिछली बार भाजपा बेहद नजदीकी मुकाबले में जीती थी किन्तु अब स्थानीय जनता और ग्राउंड जीरो सर्वेक्षण की माने तो वर्तमान सांसद का रिपोर्ट कार्ड महज 40% के आस पास है। वर्तमान सांसद विधानसभा केराकत और जफ़राबाद विधानसभा में विकास कार्य को वह रफ़्तार नहीं दे पाए जो अपेक्षित था और उनकी पहुंच कुछ एक क्षेत्रों में सिमट कर रह गई। विधानसभा चुनाव में पुरानी गलती दुहराने वाले एक पूर्व विधायक भी इस बार ताल ठोक रहें और उनके समर्थक स्थानीय होने का हवाला देकर टिकट की मांग कर रहें। वहीं एक अन्य पूर्व विधायक की लोकप्रियता अच्छी खासी है किन्तु क्षेत्र की जनता का मूड इस बार कुछ उखड़ा उखड़ा है। लोकसभा मछलीशहर से चर्चा तो इस बार यह भी है कि यदि कोई बाहरी मछलीशहर से लड़ता है तो जनता मोदी लहर को दरकिनार करके विपक्षी पार्टी के प्रत्याशी को लोकसभा भेज जीता दे जैसा कि इससे पूर्व विधानसभा चुनाव में भाजपा के साथ हो भी चुका है। इस बार चर्चा बाहरी बनाम स्थानीय हो चला है जिसमें एक पत्र वायरल हो रहा जिसमें लिखा है भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व एवं आदरणीय प्रधानमंत्री, गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा से आपसे भावपूर्वक अपील है कि मछलीशहर लोकसभा वासियों की तरफ से, लोकसभा मछलीशहर के कार्यकर्ताओं की तरफ से, भारतीय जनता पार्टी के समर्थकों की ओर से इसे ध्यान दिया जाय हम लोकसभा मछलीशहर के लोग आयातित नेताओं से अब ऊब चुके हैं अब तक के इतिहास में मछलीशहर लोकसभा में मछलीशहर में जन्मा पला बढ़ा और राजनीति शुरू करने वाला व्यक्ति मछलीशहर का सांसद नहीं बना है, जो आया है वह मछली शहर लोकसभा के बाहर का ही आया है। अतः इस बार बाहरी को ना लड़ाया जाए, पार्टी के कार्यकर्ताओं को मौका मिले, पार्टी के कार्यकर्ता आगे बढ़े, जिससे नए कार्यकर्ताओं को सीख मिले उम्मीद मिले वह भी अनुसरण करके पार्टी और संगठन के हित में सदैव तत्पर रहें। अब ऐसे में देखना होगा जनता का मूड क्या है और लोकसभा में प्रत्याशी चयन कई दो बिल्लियों कि लड़ाई में तीसरा बंदर ना उस्ताद हो जाए।

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