संवाददाता निशांत सिंह
जौनपुर। स्वतंत्रता दिवस के ठीक अगले दिन शनिवार को जनपदभर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व बड़े ही उल्लास व श्रद्धा भाव से मनाया गया। शुक्रवार की सुबह जहां देशभक्ति के गीतों से फिजायें गूंज रही थीं, वहीं शनिवार की सुबह “नंद घर आनंद भयो, जय कन्हैयालाल की…” के मधुर भजनों ने वातावरण को भक्तिमय बना दिया।
ग्रामीण अंचल से लेकर कस्बों और नगर क्षेत्रों तक कृष्ण जन्मोत्सव को लेकर विशेष उत्साह देखा गया। लोगों ने अपने नन्हे-मुन्ने बच्चों को बांसुरी, मोर पंख, मुकुट और पटका पहनाकर नंदगोपाल के रूप में सजाया। घर-घर में महिलाओं ने व्रत रखकर भक्ति भाव से पूजन किया। प्रसाद हेतु खीरा, केला, सेब, माखन-मिश्री की विशेष तैयारी की गई।
मंदिरों और थानों में आकर्षक सजावट की गई थी। दोपहर से ही गणमान्य लोगों का आगमन जारी रहा। रात बारह बजे तक भजन-कीर्तन और झांकियों का कार्यक्रम चलता रहा। जन्म के ठीक समय माखन-मिश्री का भोग लगाकर भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया।
ग्रामीण क्षेत्रों के मंदिरों में देर रात तक ढोल, मजीरे और हारमोनियम की धुनों पर भक्तजन नाच-गाकर झूमते रहे। श्रद्धा और उल्लास का यह नजारा जनपदभर में देखने को मिला।