◾भिवंडी शहर की पश्चिम सीट पर मुकाबला रोचक हो गया है। यहां कांग्रेस, सपा और बीजेपी को टक्कर देने के लिए पूर्व महापौर विलास पाटील ने कांग्रेस से बगावत कर निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर उतरे है। आइए समझें राजनीतिक समीकरण क्या कहते है।
तरुणमित्र / सुजीत सिंह
भिवंडी : विधानसभा चुनाव में भिवंडी पश्चिम सीट पर मुकाबला रोचक हो गया है। यहां कांग्रेस, बीजेपी, सपातीनों पार्टियों ने अपना पूरा जोर लगाएं थी, लेकिन कांग्रेस से बगावत कर निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर एंट्री कर विलास पाटील ने तीनों पार्टियों की टेंशन बढ़ा दी है, यहां कांग्रेस से दयानंद चोरघे कैंडिडेट है जबकि बीजेपी के टिकट पर लगातार दो बार के विधायक महेश चौघुले चुनावी समर में है। वहीं सपा ने रियाज आजमी को टिकट देकर चुनावी मैदान में उतारा है। इन तीनों के बीच पूर्व महापौर विलास पाटील भिवंडी पश्चिम सीट निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतरने से रोमांच पैदा हो गया है। भिवंडी पश्चिम सीट मुस्लिम बाहुल्य इलाका होने है, ऐसे में सपा ने मुस्लिम चेहरे को उतरा तो कांग्रेस और बीजेपी ने हिंदू चेहरे पर विश्वास जताया था। पर निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर विलास पाटील की एंट्री से तीनों पार्टियों के समीकरण में खलल पड़ गया है। ऐसे में बीजेपी जहां हिन्दू वोटो के साधने में जुट गई है। तो दूसरी तरफ कांग्रेस और सपा मुस्लिम वोटों के साथ हिंदू वोटों में सेंध लगाने की जुगात लगे है, तीनों पार्टियों ने अपने – अपने अभियान को मजबूत कर बीजेपी के गढ़ को ढाहने की तैयारी में है।
निर्दलीय उम्मीदवार विलास पाटील को एक तरफ मुस्लिम उलेमाओं का साथ मिल रहा है, वहीं हिंदू वोटों को साधने में कामयाबी हासिल करते हुए, चुनाव में बढ़त बनाते हुए दिखाई पड़ रहे है। विलास पाटील के लिए कई मुस्लिम उलेमा जोरदार प्रचार करते हुए दिखाई पड़ रहे है। मुस्लिम मतदाताओं एक जुट कर निर्दलीय उम्मीदवार विलास पाटील के पक्ष में तराजू झुकाने की कोशिश है। निर्दलीय प्रत्याशी विलास पटिल की पत्नी और पूर्व महापौर प्रतिभा पाटील ने भी चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी संभालते हुए। जोरदार प्रचार में जुटी है। उन्होंने मतदाताओं से कहा कि आप एक बार विलास पाटील पर विश्वास दिखाने की अपील कर रहीं है। विलास पाटील ने शहर के विकास के लिए मेनिफेस्टो जारी की शहर के विकास का विजन शहर वासियों के सामने रखा। उन्होंने कहा कि पिछले दस वर्षों में मनपा के माध्यम से जितना हो सका शहर का विकास किया अब शहर में मेडिकल और इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी बेहतर रस्ते और युवाओं के रोजगार के लिए वो विधासभा में आवाज उठाएंगे।