भिवंडी लोकसभा सीट पर एनसीपी शरद पवार गुट के प्रत्याशी सुरेश म्हात्रे उर्फ बाल्या मामा का नाम घोषित 

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भाजपा महागठबंधन के प्रत्याशी कपिल पाटील की हैट्रिक को रोक पाएंगे महाविकास आघाड़ी के प्रत्याशी बाल्या मामा ?

भिवंडी कांग्रेस पार्टी ने सुरेश म्हात्रे उर्फ बाल्या मामा को राष्ट्रवादी पार्टी (शरद पवार गुट) के द्वारा भिवंडी लोकसभा क्षेत्र का महाविकस आघाड़ी का प्रत्याशी घोषित किए जाने पर यह कहते हुएं, विरोध जताया है कि कांग्रेस पार्टी बिना विश्वास में लिए ही उनको प्रत्याशी घोषित किया गया है।

इससे पहले भी मनसे पार्टी से लोकसभा चुनाव लड़ चुके है बाल्या मामा !

तरुणमित्र / सुजीत सिंह

भिवंडी : भाजपा प्रत्याशियों की पहली सूची में भिवंडी लोकसभा सीट पर लगातार तीसरी बार प्रत्याशी घोषित किए जाने के बाद से ही भिवंडी सीट पर कांग्रेस पार्टी द्वारा किस नाम की घोषणा की जाएगी। राजनीतिक गलियारों में खासी चर्चा थी। पर बुधवार को एनसीपी ( शरद पवार गुट) पार्टी द्वारा सुरेश गोपीनाथ म्हात्रे उर्फ (बाल्या मामा) को प्रत्याशी घोषित किए जाने से कांग्रेस पार्टी को झटका सा लगा है, इसलिए कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बाल्या मामा को महाविकास आघाड़ी का प्रत्याशी घोषित किए जाने का विरोध जताया है। इससे महाविकास आघाड़ी के अंदर खाने सीटों को लेकर मतभेद सामने आ गया है। वहीं बाल्या मामा को मौजूदा सांसद और केंद्रीय राज्यमंत्री कपिल पाटील के सामने प्रत्याशी घोषित किए जाने से बाल्या मामा के समर्थकों में खुशी लहर दौड़ पड़ी है। राष्ट्रवादी शरद पवार गुट के कार्यकर्ताओं ने चुनाव की तैयारियों में जुट गए है। वहीं उम्मीदवारी घोषित किए जाने के बाद बाल्या मामा के गोदामों पर एमएमआरडीए द्वारा की गई करवाई को बाल्या मामा राजनीति से प्रेरित बताया और कहा कि ये करवाई उनके राजनीतिक विरोधियों ने एमएमआरडीए विभाग के अधिकारियों पर दबाव बनाकर करवाई हुई है। मामा ने कहा कि जिन लोगो को हार का डर दिख रहा उन्होंने ऐसा किया है, मामा ने अपने पार्टी के मुखिया शरद पवार जयंत पाटील के साथ पार्टी का आभार व्यक्त करते हुएं कहा कि पार्टी जो विश्वास उन पर जताया है। उसपर वो खरा उतरने की कोशिश करेंगे और सीट जीतकर पार्टी को और मजबूत करेंगे।

मालूम हो कि; साल 2009 में हुएं लोकसभा चुनाव में पहली बार भिवंडी लोकसभा सीट अस्तित्व में आई और 2009 में कांग्रेस के सुरेश टावरे ने 41364 मतों से दूसरे स्थान पर रहें। भाजपा प्रत्याशी जगन्नाथ पाटिल को हराया था। 2014 में भाजपा उम्मीदवार कपिल पाटील ने कांग्रेस के पार्टी के उम्मीदवार विश्वनाथ रामचंद्र पाटील को 109450 मतों से हराकर जीत दर्ज की थी। 2019 एक बार फिर से भाजपा ने मौजूदा सांसद कपिल पाटील को अपना उम्मीदवार घोषित किया और उन्होंने पार्टी के उम्मीदों पर खरा उतरते हुएं, लगातार दूसरी बार कांग्रेस के प्रत्याशी सुरेश टावरे को 156329 मतों से हराया था।लगातार दो बार जितने का सिलसला बरकरार रखने के कारण केंद्र सरकार में सांसद कपिल पाटील को केंद्रीय राज्यमंत्री मोदी सरकार में बनाएं गए। इस बार भाजपा और सांसद कपिल पाटील की हैट्रिक को रोकने के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस (शरद पवार गुट) ने बाल्या मामा को भिवंडी लोकसभा सीट प्रत्याशी घोषित किया है।

इससे पहले भी सुरेश गोपीनाथ म्हात्रे उर्फ (बाल्या मामा) मनसे पार्टी से कपिल पाटील के विरुद्ध चुनाव लड़ चुके है। तब वो 93647 मतों के साथ तीसरे स्थान पर रहें थे। बाल्या मामा की लोकसभा क्षेत्र में उनकी पकड़ बेहतर मानी जाती है। यही कारण था कि जिसमे तत्कालीन राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के मुखिया शरद पवार को बाल्या मामा का नाम पुकारते हुए वीडियो वायरल हुआ था। इसी के कुछ महीनो बाद शिर्डी के पार्टी बैठक में राष्टवादी कांग्रेस पार्टी की सदस्यता शरद पवार की उपस्थिति में की थी। तभी से यह तय माना जा रहा था कि इस बार बाल्या मामा केंद्रीय राज्यमंत्री कपिल पाटील को टक्कर देंगे। पर उम्मीदवार घोषित होते ही मामा को उनके सहयोगी दल कांग्रेस पार्टी भिवंडी ग्रामीण जिलाध्यक्ष दयानंद चोरघे ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने अभी तक भिवंडी लोकसभा सीट पर अपनी दावेदारी कायम रखी है। कांग्रेस पार्टी के इस रुख से बाल्या मामा के जीत के उम्मीदों को झटका लगा है, वहीं भाजपा प्रत्याशी कपिल पाटील ने भी अनौपचारिक प्रचार शुरू कर दिया है। भाजपा पार्टी में अनेकों दलों के कार्यकर्ताओं को शामिल कर पार्टी के जनाधार को बढ़ाने अपनी जीत को पुख्ता करने में लगे हुएं है।

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